Friday, 21 October 2016

पंजाब कला भवन में वाइब्रेंट डिवोशन पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन 22 और 23 अक्टूबर को

By 121 News

Chandigarh 21st October:-पंजाब की पेंटिंग कलाकार सरोज नियोल द्वारा चंडीगढ़ स्थित पंजाब कला भवन में वाइब्रें डिवोशन पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है | यह प्रदर्शनी 22 और 23 अक्टूबर को दर्शकों के लिए खुली रहेगी | प्रदर्शनी का  उद्घाटन  अतिरिक्त जिला व् सेशन जज श्री महावीर अहलावत करेंगे |

सरोज नियोल के अनुसार प्रदर्शनी में इस बार 40 पेंटिंग्स प्रदर्शित की जाएँगी  सरोज द्वारा बनाई गयी पेंटिंग्स विषय और प्रकर्ति की छठा की विविधता से भरपूर होती हैंउनके द्वारा प्रदर्शित जीवंत भक्ति के रूप में - एक सौंदर्य अंतर्दृष्टि.' शीर्षक है |

उनकी तस्वीरों और चित्रों में हिलाओं को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित है | उन्होंने  बताया की वे महान कलाकार एम्.एफ हुसैद्वारा प्रेरित हैं  इसलिए नके चित्रों में से एक उसके द्वारा श्री हुसैन के लिए एक श्रद्धांजलि के रूप में किया महानकाम करता हैकी सत्य प्रतिलिपि है।  कला और एम्.एफ  हुसैन मानार्थक शब्द हैं। उनका कहना है की वे यह प्रदर्शनी हुसैन जैसे व्यक्ति को समर्पित करना चाहती हैं |

सरोज नियोल पंजाब की निवासी हैं और सिरसाहरियाणा के एक छोटे से गाँव से अपनी यात्रा शुरू की  उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा जिंदल स्कूल हिसार से प्राप्त की  |उन्होंने 11 वीं और 12 वीं कक्षा में पेंट ब्रश के साथ अपनी ल्पना शीट पर उतारने के लिए चुना हैहालांकि पेंटिंग उनके दि के कोने में हमेशा से था।   न्होंने स्नातकडिग्री एमसीएम कॉलेज से  प्राप्त की।  इसके बाद उनकी शादीशुदा जिंदगी दो बच्चों के साथ अच्छे से चल रही थी | स्कूल के बाद अब 20 वर्षों के बादवे फिर से अपनीभावनाएँ  पेंट ब्रश के साथ उतारने के लिए प्रोत्साहित हैं | उनका कहना है कि अगर मेरचित्रों द्वारा दर्शको को संबोधित किया जा सकेगा तो उनका प्रोत्साहन प्रेरणा मेंतब्दील हो जाएगा।

उन्होंने बताया कि वे एक साधारण घर की स्त्री हैं और उम्मीद करती है कि उनके द्वारा प्रदर्शित तक़रीबन 40 तस्वीरें दर्शकों को जरूर मोहित कर सकेंगी |   विषय औरप्रकृति  उनके द्वारा बनाई यी तस्वीरों में  विविधता है। प्रदर्शनी में तस्वीरों की एक बड़ी रेंज दर्शकों को देखने को मिलेगी जिसमें चित्र और वन्यजीव के अलावा धर्म मेंअपने आपको को  अमूर्त कला के माध्यम से प्रदर्शित करना है | उनकी प्रदर्शनी का द्देश्य  विभिन्न माध्यमों के माध्यम से भावनाओं की विविधता है, कृष्ण यशोधा में माँऔर बेटे का प्यार दर्शाया गया है | उनकी पेंइटिंग्स तेल  पेंट से निर्मित हैं |

 

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