Sunday 1 November 2015

Arya Samaj Celebrates its Annual Functions

By 121 News

Chandigarh 01st November:-सैक्टर 7 स्थित आर्य समाज द्वारा आयोजित वार्षिक उत्सव आज धूमधाम से संपन्न हो गया। इस मौके पर वैदिक प्रवक्ता सतेंद्र सिंह आर्य ने कहा कि जो व्यवहार हमें अच्छा नहीं लगता वह दूसरों के साथ नहीं करना चाहिए।  धर्म का अर्थ धारण करना है।  हमें अपने जीवन में सत्य बोलना और ईश्वर की आज्ञा का पालन करना चाहिए। इसी  से जीवन में सदगुण सकते हैं।    धर्म पक्षपात रहित है।  वेद में न्याय और अन्याय की सूची दी गयी है।  वेद से ही हमें कर्त्तव्य का बोध होता है।  धर्म के तत्वों का जीवन में समावेश होने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।  पंजाब विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विक्रम विवेकी ने कहा कि आज के  युवा वर्ग को सही मार्गदर्शन की जरूरत है।  छात्र और छात्राओं को  छाता की तरह होना चाहिए। जिस प्रकार छाता के खुलने पर वह औरों को वर्षा और धूप से बचाता है तथा वह तारों से बंधा होता है, उसी प्रकार आज के छात्र और छात्राओं को अपने अंदर गुणों को विकसित करना होगा तभी वे आने वाले समय में परोपकार का कार्य कर सकते हैं। गुरुकुल चोटीपुरा से पधारीं डॉ सुमेधा ने कहा कि वैदिक काल से ही महिलाओं को सर्वोच्य स्थान प्राप्त हैं।  स्त्री- पुरुष जीवन के दो पहिये हैं।  दोनों को गृहस्थ जीवन में  सामंजस्य से जीवन को आगे बढ़ाना चाहिए। 

जम्मू से आये विद्वान डॉ विद्या भानु शास्त्री ने कहा कि हमें श्री राम के आदर्शों को धारण करना चाहिए। वे दिव्यगुणों से संपन्न महापुरुष थे।  कार्यक्रम के दौरान केबी डीएवी स्कूल के अध्यापक राजेश वर्मा और बरेली से पंडित भानु प्रकाश शास्त्री ने  मधुर भजनों से उपस्थित लोगों को आत्मविभोर कर दिया।  कार्यक्रम के दौरान जस्टिस एएल बाहरी, रविन्द्र तलवाड़, डीआर यादव प्रकाशचन्द्र शर्मा, डॉ. विनोद कुमार, आनंदशील  शर्मा आदि गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।  

 

No comments:

Post a Comment