Monday, 6 January 2014

एटीएम के की-बोर्ड में क्लीप फंसा पैसे निकलाने वाले दो युवक गिरफ्तार:चंडीगढ़ में दो वारदातों को अंजाम दे निकाल चूके थे हजारों की रकम:सीसीटीवी फुटेज देख, जाल बिछाकर सैक्टर-17 पुलिस ने किया गिरफ्तार

By 121 News Reporter

Chandigarh 06th January: ---- एटीएम मशीन के की-बोर्ड में क्लीप को फंसा कर लोगों के पैसों को धोखो से निकालवाने वाले दो युवकों को सैक्टर-17 थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान दिल्ली के रहने वाले अजरूदीन और विपिन कुमार के रूप में हुई हैं। दोनो आरोपी दिल्ली से चंडीगढ़ केवल इस तरह की वारदात को अंजाम देने के लिए आया करते थे। आरोपियों ने एक चैनल में इस तरह का प्रोगाम देख वारदात को अंजाम देना शुरू किया था।

डीएसपी अशीष कपूर ने बताया कि सैक्टर-17 थाने के अंर्तगत पडऩे वाले क्षेत्र में बीते वर्ष दिसंबर माह की 25 29 को एंटीएम से 10-10 हजार के कैश निकलने के दो मामले दर्ज किए थे। जिसके बाद से ही मामले को गंभीरता से लेते एटीएमों से बरामद सीसीटीवी फुटेज मे साफ दिखाई दे रहा था कि वारदात को अंजाम देने वाले युवकों में से एक युवक का हाथ टूटा हुआ था। उसके हाथ में सफेद रंग का पलस्तर किया हुआ। इसके बाद से पुलिस उन युवकों की तलाश कर रही थी। इसके लिए वारदात वाली जगह पर जाल बिछाया गया था। ताकि आरोपी वारदात को अंजाम देने के लिए आए और उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाए। इस दौरान दोनो आरोपी वारदात को अंजाम देने के लिए पहुंचे और उन्हें दबोच लिया गाय। अजरूदीन बीए दित्य वर्ष का छात्र है जबकि विपिन प्राईवेट एलजी कंपनी में सेलजमैंन हैं। दोनो दिल्ली के रहने वाले और वही पर काम करते हैं। डीएसपी अशीष कपूर ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए दोनो युवक दिल्ली से चंडीगढ़ आया करते थे। दोनो युवकों के पास काफी संख्या में क्लीप आकार के लोहे के चोरस पत्तीया हुआ करती थी। लोगों को पैसे निकलवाते देख यह किसी भी एटीएम में जाते और किसी भी व्यक्ति के पैसे निकलवाने से पहले एटीएम के कि-बोर्ड में यह क्लीप आकर चोरस पत्तीया फसा देते थे। जब भी कोई व्यक्ति पैसे निकलवाने लगता तो किबोर्ड में यह क्लीप फसे होने की वजह से एटीएम हैंग हो जाता, लोगों एटीएम मशीन को खराब हुआ सोच कर छोड़ जाते तो दोनो आरोपी एटीएम में दाखिल होकर क्लीप को हटाकर पैसे निकलवा लेते, कई बार सहायता करने की बात कह कर वह एटीएम में दाखिल होकर पैसे निकलवा लिया करते थे।

 

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