By 121 News
Chandigarh May 25, 2021:-
हक़दर्शक एम्पावरमेंट सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (एचईएसपीएल)ने हाल ही में अपना व्हाट्सएप चैटबॉट चंडीगढ़ में लॉन्च किया है। यह चैटबॉट अंग्रेजी और हिंदी दोनों में कोविड-19 टीकों, व्यक्तियों और व्यवसायों के लिए राहत योजनाओं, बीमा और दावा निपटान के बारे में आसानी से जानकारी देगा।
आज की तारीख में, यह टीकाकरण, बीमा योजनाओं के साथ-साथ कोविड-19 विशिष्ट राहत योजनाओं के बारे में हिंदी और अंग्रेजी में जानकारी देने में सक्षम है। अगले 6 महीनों में और भाषाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी।
इसके अलावा, यह चैटबॉट उपयोगकर्ताओं को वैक्सीन पंजीकरण और योजना आवेदन में व्यक्तिगत रूप से मदद के लिए हक़दर्शक की बहुभाषी हेल्पलाइन पर जाने की सुविधा भी देता है। +91 93073 05995 पर संदेश भेजकर या इस लिंक के माध्यम से चैटबॉट को एक्सेस किया जा सकता है। हेल्पलाइन की जानकारी फिलहाल मराठी, हिंदी और कन्नड़ भाषा में उपलब्ध है।
चैटबॉट सूचना सेवा के प्रमुख फोकस में से एक स्वास्थ्य बीमा और निपटान दावों पर समर्थन है। ग्रामीण भारत में आज बीमा पॉलिसी होने के बाद भी दावा करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, चैटबॉट को इस तरह की समस्याओं के समाधान के रूप में डिज़ाइन किया गया है।
हक़दर्शक सुनिश्चित करता है कि अंतिम छोर तक सभी नागरिकों को सरकारी और निजी कल्याणकारी योजनाओं और सेवाओं का पूरा लाभ मिले। यह कॉर्पोरेट भागीदारों के लिए मोबाइल और वेब एसएएएस (एसएएएस) प्लेटफॉर्म के साथ-साथ सामुदायिक महिला उद्यमियों के उपयोग के लिए प्रशिक्षण मंच के माध्यम से किया जाता है।
हक़दर्शक के सह-संस्थापक और सीईओ,अनिकेत डोएगर ने कहा कि कल्याणकारी योजनाओं और निजी प्रोत्साहनों को अंतिम छोर तक पहुनचाने के लिए हक़दर्शक तकनीक आधारित समाधानों का निर्माण जारी रखेंगे। हम कल्याण क्षेत्र में बहु-उपयोग के मामलों को दोहराने के लिए तकनीकी ढांचे और चैनल बना रहे हैं। निजी संगठनों और सरकारी विभागों के साथ भागीदारी करते हुए अगले 12 महीनों में, हम चैटबॉट और हेल्पलाइन सेवा के माध्यम से 1 करोड़ परिवारों तक पहुंचना चाहते हैं, जिसमें हमारा फोकस सबसे कमजोर समुदायों पर होगा। हमारी प्रोडक्ट और टेक (तकनीकी) टीम टेक4गुड उत्पादों के निर्माण पर केंद्रित है।
पिछले पांच वर्षों में हक़दर्शक ने 10 लाख से अधिक परिवारों तक अपनी पहुँच बनाई है और 6 लाख से अधिक लाभार्थियों को कल्याणकारी योजनाओं से जोडक़र रु.500 करोड़ (67 मिलियन डालर) तक का लाभ प्रदान किया है। हक़दर्शक के तकनीकी मंच पर 7000 कल्याणकारी योजनाएं उपलब्ध हैं । इसके साथ ही 22 राज्यों में फील्ड ऑपरेशन मौजूद हैं। कंपनी ने हाल ही में गूगल प्ले स्टोर पर हक़दर्शक ऐप भी लॉन्च किया है।
इसके अलावा, यह चैटबॉट उपयोगकर्ताओं को वैक्सीन पंजीकरण और योजना आवेदन में व्यक्तिगत रूप से मदद के लिए हक़दर्शक की बहुभाषी हेल्पलाइन पर जाने की सुविधा भी देता है। +91 93073 05995 पर संदेश भेजकर या इस लिंक के माध्यम से चैटबॉट को एक्सेस किया जा सकता है। हेल्पलाइन की जानकारी फिलहाल मराठी, हिंदी और कन्नड़ भाषा में उपलब्ध है।
चैटबॉट सूचना सेवा के प्रमुख फोकस में से एक स्वास्थ्य बीमा और निपटान दावों पर समर्थन है। ग्रामीण भारत में आज बीमा पॉलिसी होने के बाद भी दावा करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, चैटबॉट को इस तरह की समस्याओं के समाधान के रूप में डिज़ाइन किया गया है।
हक़दर्शक सुनिश्चित करता है कि अंतिम छोर तक सभी नागरिकों को सरकारी और निजी कल्याणकारी योजनाओं और सेवाओं का पूरा लाभ मिले। यह कॉर्पोरेट भागीदारों के लिए मोबाइल और वेब एसएएएस (एसएएएस) प्लेटफॉर्म के साथ-साथ सामुदायिक महिला उद्यमियों के उपयोग के लिए प्रशिक्षण मंच के माध्यम से किया जाता है।
हक़दर्शक के सह-संस्थापक और सीईओ,अनिकेत डोएगर ने कहा कि कल्याणकारी योजनाओं और निजी प्रोत्साहनों को अंतिम छोर तक पहुनचाने के लिए हक़दर्शक तकनीक आधारित समाधानों का निर्माण जारी रखेंगे। हम कल्याण क्षेत्र में बहु-उपयोग के मामलों को दोहराने के लिए तकनीकी ढांचे और चैनल बना रहे हैं। निजी संगठनों और सरकारी विभागों के साथ भागीदारी करते हुए अगले 12 महीनों में, हम चैटबॉट और हेल्पलाइन सेवा के माध्यम से 1 करोड़ परिवारों तक पहुंचना चाहते हैं, जिसमें हमारा फोकस सबसे कमजोर समुदायों पर होगा। हमारी प्रोडक्ट और टेक (तकनीकी) टीम टेक4गुड उत्पादों के निर्माण पर केंद्रित है।
पिछले पांच वर्षों में हक़दर्शक ने 10 लाख से अधिक परिवारों तक अपनी पहुँच बनाई है और 6 लाख से अधिक लाभार्थियों को कल्याणकारी योजनाओं से जोडक़र रु.500 करोड़ (67 मिलियन डालर) तक का लाभ प्रदान किया है। हक़दर्शक के तकनीकी मंच पर 7000 कल्याणकारी योजनाएं उपलब्ध हैं । इसके साथ ही 22 राज्यों में फील्ड ऑपरेशन मौजूद हैं। कंपनी ने हाल ही में गूगल प्ले स्टोर पर हक़दर्शक ऐप भी लॉन्च किया है।
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