By 121 News
Chandigarh Oct. 24, 2020:-कोरोना को ध्यान में रखते हुए नव युवा रामलीला कमेटी ने सीमित लोगों के साथ मूर्ति पूजन कर झांकी निकाली जिसमे मुख्य अतिथि थाना प्रभारी जुलदान सिंह मौजूद रहे। नव युवा रामलीला कमेटी के अध्यक्ष संतोष कुमार तिवारी ने कहा की सबसे पहले ज्ञात रामलीला 477 साल पहले शुरू हुई थी। तुलसीदास 80 वर्ष से अधिक उम्र के थे, जब उन्होंने 16 वीं शताब्दी में अवधी की स्थानीय भाषा में रामचरितमानस की रचना की। एक किंवदंती के अनुसार, तुलसीदास वाराणसी में अस्सी घाट की सीढ़ियों पर विचार में खो गए थे, जब उनके पास एक झांकी में राम, सीता और लक्ष्मण के दर्शन हुए थे। असीम भक्ति के साथ, राम के महान भक्त के रूप में, तुलसीदास ने रामलीला की परंपरा शुरू की। इस तरह पहली आधुनिक रामलीला वाराणसी में विकसित हुई। पुरानी परम्परा को कोरोना जैसी महामारी की वजह से चण्डीगढ़ प्रशासन के सख्त नियमों के कारण कई रामलीला कमेटी को परमिशन नहीं मिली और कई ने परमिशन मिलने पर भी मना कर दिया। उसमें से एक नव युवा रामलीला भी है जो मूर्ति पूजन कर आरती और झांकी करते है जिससे हमारी परम्परा और संस्कृति जागृत रहे। मुख्य अतिथि थाना प्रभारी जुल्दान सिंह ने कहा संस्कृति और परम्परा भी जरुरी है लेकिन कोरोना महामारी को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता। कोरोना को ध्यान में रख कर अपनी संस्कृति और परम्परा को बनाये रखा जा सकता है। इस अवसर पर उपाध्यक्ष उमाशंकर यादव, बबलू यादव, मनीष कुमार शर्मा, आशीष, अंकित ओझा, पवन, प्रिंस, विकास, सपना तिवारी, मुकेश आदि लोगो ने मुख्य अतिथि थाना प्रभारी जुल्दान सिंह का रामायण भेंट कर स्वागत किया और आश्वासन दिया कि प्रशासन के निर्देशों और आपके आदेशों को ध्यान रखेंगे।
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