इस अवसर पर चंडीगढ़ स्पाइनल रिहैब की ट्रस्टी और गवर्निंग बोर्ड के सभी सदस्य, चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर, पंजाब किंग्स (आईपीएल टीम) एल सी गुप्ता, स्टेट कमिश्नर फ़ॉर पर्सन्स विद डिसएबिलिटीस माधवी कटारिया भी उपस्थित रहे।
चंडीगढ़ स्पाइनल रिहैब की फाउंडर एवं सीईओ निक्की पी. कौर ने राज्यपाल का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए आभार प्रकट किया और कहा कि यूटी प्रशासक का हमारे केंद्र में आना हमारे लिए बड़े गर्व की बात है। उनका यह दौरा न केवल हमारे मरीजों के लिए एक बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला कदम है, बल्कि हमारे कार्यों की एक महत्वपूर्ण मान्यता भी है।
सभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल कटारिया ने सेंटर को "एक ऐसा पवित्र स्थान बताया जहां हार मानना कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने मरीजों की हिम्मत और आत्मबल की सराहना करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक रिहैब प्रोग्राम नहीं, बल्कि आत्मिक शक्ति और जीवन की नई शुरुआत का उत्सव है। आप में से कई लोगों ने अपनी कठिनाइयों को दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना दिया है। उन्होंने कहा कि संस्थापक निक्की पी. कौर द्वारा किए गए प्रयास अत्यंत अद्वितीय हैं, क्योंकि इतने महान और चुनौतीपूर्ण कार्य को बहुत कम लोग अपनाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी परिस्थितियों में कई बार परिवार के सदस्य भी उम्मीद खो देते हैं, लेकिन रीढ़ की हड्डी की चोट से पीड़ित मरीजों के लिए निरंतर सेवा करते हुए उनके चेहरे पर मुस्कान लाना मानवता की सबसे बड़ी सेवा है।
चंडीगढ़ स्पाइनल रिहैब की समर्पित टीम की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि आप केवल उपचार नहीं करते, बल्कि मरीजों को गरिमा और आत्मसम्मान प्रदान करते हैं। उन्होंने ऐसे संस्थानों को निरंतर सरकारी सहयोग देने का आश्वासन भी दिया।
कार्यक्रम में फ्लोइंग कर्मा भारत का पहला 'बैंड ऑन व्हील्स' द्वारा 'वंदे मातरम्' की संगीतमय प्रस्तुति दी गई, जो विशेष रूप से तैयार की गई थी। इसके साथ ही चंडीगढ़ स्पाइनल रिहैब पर एक ऑडियो-विजुअल प्रस्तुति भी दिखाई गई।
