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Wednesday, 5 April 2023

By 121 News
Chandigarh, Apr.05, 2023:- चंडीगढ़ के प्रतिभावान फुटबॉल प्लेयर 13 वर्षीय रोनाल्ड सिंह को हाल ही में मैनचेस्टर यूनाइटेड के पवित्र मैदान पर अपने फुटबॉल स्किल को निखारने का जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर एक एक्सपोजर टूर के माध्यम से मिला। अपोलो टायर्स और मैनचेस्टर यूनाइटेड के कार्यक्रम 'यूनाइटेड वी प्ले' के दूसरे सीजन के फाइनल में, चार युवा फुटबॉल खिलाड़ी - चेन्नई के आर एस प्रेयारंजन, मेघालय के फेडरिक कुर्बाह और पुणे के कुणाल येओल के साथ रोनाल्ड को ओल्ड ट्रैफर्ड का दौरा करने के लिए और मैच के अनुभव लेने, मैनचेस्टर यूनाइटेड सॉकर स्कूल के कोचेस के साथ प्रशिक्षण सत्र, परिचय और बातचीत जैसी रोमांचक गतिविधियों में भाग लेने के लिए 5000 से अधिक प्रतिभागियों में से चुना गया था।

यूनाइटेड वी प्ले कार्यक्रम, अग्रणी टायर निर्माता अपोलो टायर्स द्वारा मैनचेस्टर यूनाइटेड के समर्थन से फुटबॉल के लिए की गई जमीनी स्तर की पहल है जो देश भर से युवा फुटबॉल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए है और उन्हें अपने टैलेंट का प्रदर्शन करने के लिए, उन्हें खेलना जारी रखने और उन्हें वैश्विक प्रशिक्षण पद्धतियों से परिचित कराने के लिए एक मंच प्रदान करती है। फिलहाल इस पहल का तीसरा सीजन चल रहा है।
इम्फाल, मणिपुर में जन्मे रोनाल्ड चंडीगढ़ में मिनर्वा एकेडमी से हैं। यूनाइटेड वी प्ले ट्रायल के शुरुआती दौर में वे उड़ते रंगों की तरह आगे बढ़े और चेन्नई में आयोजित फाइनल राउंड में पहुंच गए, जहां जज इस प्रतिभाशाली युवा स्ट्राइकर से बेहद प्रभावित हुए।

अपनी अविस्मरणीय यात्रा से लौट कर  रोनाल्ड ने कहा कि मैनचेस्टर यूनाइटेड और ओल्ड ट्रैफर्ड की यात्रा करना मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा था। क्लब के इतने सारे मौजूदा टीम खिलाड़ियों से मिलना और बातचीत करना काफी रोमांचक था। प्रशिक्षण सत्रों के दौरान मैंने बहुत सी नई चीजें और तकनीकें सीखीं। यह वास्तव में मेरे लिए बहुत खास अनुभव था!

यूनाइटेड वी प्ले के दूसरे सीज़न के लिए भारत में 19 स्थानों पर हाइब्रिड फॉर्मेट में ट्रायल आयोजित किए गए थे, जिसमें 12 मार्केट्स में 10 वर्चुअल वर्कशॉप और मास्टर क्लास एवं दो चरणों में 8 मार्केट्स में ऑन-ग्राउंड लेग शामिल थे। इसमें 5000 से ज्यादा इच्छुक खिलाड़ी शामिल हुए।
अपोलो टायर्स और मैनचेस्टर यूनाइटेड की परिकल्पना के मुताबिक यूनाइटेड वी प्ले के दूसरे संस्करण की थीम 'एक्सेस टू स्पोर्ट्स' रखी गई, जिसका उद्देश्य खिलाड़ी के विकास में वैश्विक मानकों तक पहुंच बनाना और खेल के माध्यम से युवाओं को इसमें शामिल करना था।

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