By 121 News
Chandigarh, Nov.07, 2025:-आम आदमी पार्टी (आप) ने भाजपा शासित नगर निगम पर सत्ता के दुरुपयोग और अलोकतांत्रिक आचरण का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला है। पार्टी ने कहा कि 30 सितम्बर 2025 को हुई जनरल हाउस मीटिंग में जो हुआ, वह लोकतांत्रिक परंपराओं पर सीधा प्रहार था। यह खुलासा उस आधिकारिक जवाब में हुआ है जो हाल ही में विपक्ष की नेता जसविंदर कौर को प्राप्त हुआ।
जसविंदर कौर ने 8 अक्टूबर 2025 को नगर निगम सचिव को एक औपचारिक पत्र लिखकर उस विवादित बैठक के दौरान तैनात मार्शलों की संख्या, उनकी नियुक्ति और प्राधिकरण से जुड़ी जानकारी मांगी थी।
4 नवम्बर 2025 को प्राप्त लिखित उत्तर में नगर निगम ने पुष्टि की कि कुल 27 मार्शल सदन के भीतर तैनात किए गए थे। जिनमें से 10 सचिव द्वारा और 17 सीधे मेयर द्वारा नियुक्त किए गए थे।
जसविंदर कौर, विपक्ष की नेता ने कहा कि आधिकारिक जवाब और भी चौंकाने वाला है कि केवल 10 आम आदमी पार्टी पार्षदों को सदन से बाहर निकालने के लिए 27 मार्शल तैनात किए गए थे। यह स्पष्ट दर्शाता है कि भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग कर लोकतांत्रिक बहस को बलपूर्वक दबाने का प्रयास किया।
वे AAP पार्षद जिन्हें जबरन सदन से बाहर निकाला गया, उनमें जसविंदर कौर, योगेश धींगरा, दमनप्रीत सिंह, रामचंदर यादव, प्रेम लता और अन्य विपक्षी सदस्य शामिल थे, जो मनीमाजरा भूमि प्रस्ताव का विरोध कर रहे थे। चश्मदीदों और वीडियो फुटेज में सदन के भीतर तीखी झड़प और अफरातफरी के दृश्य दर्ज हुए।
आम आदमी पार्टी ने कहा कि यह खुलासा साबित करता है कि भाजपा ने विपक्ष की आवाज़ को दबाने और विवादित मनीमाजरा भूमि बिक्री एजेंडा को पास कराने के लिए जबरदस्ती का सहारा लिया।
विजयपाल सिंह, अध्यक्ष, आप चंडीगढ़ ने कहा कि भाजपा मेयर हरप्रीत कौर बबला के पहले दिए गए बयानों में कहा गया था कि मनीमाजरा की जमीन लगभग 6.9 एकड़ है। लेकिन बाद की रिपोर्टों में यह क्षेत्रफल 12 से 19 एकड़ तक बताया गया है, जो जमीन के आकार और मूल्य में हेराफेरी की ओर इशारा करता है। भाजपा किसी भी कीमत पर इस सार्वजनिक भूमि को 'विकास' के नाम पर बेचने के लिए तत्पर दिखती है।
आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ ने इसे एक पूर्व नियोजित साजिश करार दिया और कहा कि यह नगर निगम के इतिहास का सबसे काला दिन था, जब विपक्षी पार्षदों को चुप कराने के लिए सदन में बल प्रयोग किया गया।
पार्टी ने मांग की कि मनीमाजरा भूमि क्षेत्र और बिक्री प्रक्रिया का पारदर्शी पुनर्मूल्यांकन और ऑडिट कराया जाए।
जसविंदर कौर ने कहा कि भाजपा की शासन शैली एक बार फिर उजागर हो गई है — गोपनीयता, सत्ता का दुरुपयोग और तथ्यों में हेरफेर। चंडीगढ़ की जनता अपनी जमीन को धोखे और दबाव में बिकने नहीं देगी।
आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ ने कहा कि वह पारदर्शिता, जवाबदेही और सार्वजनिक भूमि की रक्षा के लिए सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह संघर्ष जारी रखेगी।
No comments:
Post a Comment