By 121 News
Chandigarh, June 19, 2025:--भारतीय सेना के अधिकारी और प्रख्यात लेखक कर्नल एच. पी. सिंह, (वीएसएम) ने अपनी बहुप्रतीक्षित पुस्तक ए लाइफ़ अनफ़िल्टर्ड: वेडेड टू सेबर, फ्लर्टिंग विद क्विल का विमोचन किया। यह पुस्तक पाठकों के लिए 60 लेखों का एक प्रभावशाली संकलन प्रस्तुत करती है, जो उनके व्यक्तिगत अनुभवों, चतुराईपूर्ण हास्य, दार्शनिक दृष्टिकोण और गहरी भावनाओं पर आधारित हैं।
एक सैनिक की धारदार अनुशासनात्मक दृष्टि को एक अनुभवी लेखक की भावनात्मक गहराई से समेटते हुए, कर्नल सिंह पाठकों को एक ऐसी आकर्षक यात्रा पर ले जाते हैं, जो बोर्डिंग स्कूल के बचपन की स्मृतियों से शुरू होकर युद्ध क्षेत्रों और हेलीकॉप्टर कॉकपिट के निर्णायक क्षणों तक पहुँचती है।
एक सैनिक की तेज़ सटीकता को एक अनुभवी कथाकार की संवेदनशीलता के साथ पिरोते हुए कर्नल सिंह पाठकों को एक भावनात्मक यात्रा पर ले जाते हैं जो बोर्डिंग स्कूल के बचपन की स्मृतियों से शुरू होकर युद्ध क्षेत्रों और हेलीकॉप्टर कॉकपिट के निर्णायक क्षणों तक पहुँचती है। उनके ये लेख पिछले एक दशक में लिखे गए हैं, जिनमें से कई देश के प्रमुख समाचार पत्रों में प्रकाशित हो चुके हैं। प्रत्येक लेख चतुराईपूर्ण हास्य, आत्ममंथन और दार्शनिक दृष्टिकोण से भरपूर है।
कर्नल सिंह कहते हैं कि सेना में अनुशासन और दिनचर्या आपका परिचय बनती हैं। मेरे लिए लेखन एक मानसिक मुक्ति बन गया — विचारों का सार। यह किताब केवल मेरी ज़िंदगी की नहीं है, बल्कि हमारे साझा अनुभवों की कहानी है — हमारी छोटी-छोटी खुशियाँ, ठोकरें और जीतें। अगर इसे पढ़ने के बाद एक भी पाठक कलम उठाने को प्रेरित होता है, तो मैं अपना उद्देश्य सफल मानूंगा।
इस पुस्तक का शीर्षक कर्नल सिंह की दोहरी पहचान को दर्शाता है — एक ओर वह सेना से बंधे हैं (Wedded to Sabre), और दूसरी ओर साहित्य से उनके आत्मीय संबंध (Flirting with Quill)। इसमें उन्होंने जीवन के विविध पहलुओं पर लिखा है — जैसे कि वियोग, मित्रता, हास्य, विवाह, महामारी, और दार्शनिक द्वंद्वों । यही विविधता इसे हर वर्ग के पाठकों के लिए गहराई से जुड़ने योग्य बनाती है।
उन्होंने कहा कि मैं केवल 'सैन्य लेखन' की परिधि में नहीं बंधना चाहता था। जीवन कहीं ज़्यादा बड़ा कैनवास है — जिसे मैंने ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ टटोलने की कोशिश की है। कुछ कहानियाँ आपको हँसाएँगी, जबकि कुछ ऐसी भी होंगी जो पन्ना पलटने के बहुत बाद तक आपको सोचने पर मजबूर करेंगी।
उनकी स्कूलमेट और जानी-मानी हस्ती पूजा बेदी ने इस पुस्तक के लिए लिखा कि गर्मजोशी, बुद्धिमत्ता और आत्मीयता से भरपूर यह किताब पाठकों को स्मृतियों की उस यात्रा पर ले जाती है जो जुड़ाव को जन्म देती है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पुस्तक पर टिप्पणी की कि कर्नल हरविंदर पाल सिंह, एक सजे-धजे सेना अधिकारी और कुशल लेखक, इस पुस्तक में अपने जीवन के समृद्ध अनुभवों को साझा करते हैं। बचपन, सैन्य सेवा और आत्मचिंतन से जुड़ी ये लेखनी हास्य, अंतर्दृष्टि और भावनात्मक गहराई से भरपूर है — जिससे पाठक अगली कड़ी का बेसब्री से इंतज़ार करेंगे।
यह पुस्तक एक रोमांचक, दिल को छू लेने वाली और विचारोत्तेजक संग्रह है, जो हम सभी के भीतर छिपी अनकही कहानियों को एक भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती है।

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