By 121 News
Chandigarh June 01, 2021:- बीएसई व एनएसई में सूचीबद्ध, विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड (बीएसईः 542852, एनएसईः विश्वराज) ने इस तिमाही तथा 31 मार्च 2021 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के लिए, शानदार परिणामो की घोषणा की। इसके अंतर्गत 31 मार्च, 2021 को समाप्त तिमाही के लिए संचालनों से प्राप्त कुल राजस्व 10,957 लाख (वित्तीय वर्ष 20 की चौथी तिमाही) से बढ़कर 16,172 लाख पर पहुंच गया। 31 मार्च, 2021 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के लिए संचालनों से प्राप्त कुल राजस्व 42,646 लाख की ऊंचाई पर पहुंच, जो कि पुनः पिछले वर्ष के 37, 673 लाख की तुलना में संतोषजनक वृद्धि थी। वित्तीय वर्ष 21 में पीएटी में भी सकारात्मक परिवर्तन हुआ और यह 788.05 लाख के घाटे (वित्तीय वर्ष 20)की तुलना में सुधर कर 829.29 लाख (वित्तीय वर्ष 21) के लाभ पर पहुंच गया। इसके अतिरिक्त बोर्ड ने 1 रुपये के लाभांश को भी स्वीकृति दे दी।
वहीं विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के एमडी निखिल कट्टी ने बताया कि 1995 में प्रारंभ हुई विश्वराज शुगर इंडस्ट्री लिमिटेड, एक इंटीग्रेटेड/एकीकृत, शुगर तथा अन्य सम्बंधित उत्पादों की मेन्युफेक्चरिंग करने वाली कम्पनी है, जो कि कर्नाटक राज्य के बेलगाम जिले से संचालित होती है। यह क्षेत्र भारत सरकार द्वारा शकर निर्माण के लिए श्हाई रिकवरी जोनश् में से एक के रूप में चिन्हित है। कम्पनी एक सिंगल लोकेशन शुगर यूनिट का संचालन करती है जिसके पास 11,000 टीडीसी की क्रशिंग कैपेसिटी का लाइसेंस है। शकर के अलावा कम्पनी अन्य सम्बद्ध उत्पाद भी मेन्युफेक्चर करती है। इसमें शामिल हैं- रेक्टिफाइड स्पिरिट, एक्स्ट्रा-न्यूट्रल स्पिरिट, नैचुरल अल्कोहल विनेगर, कम्पोस्ट, कार्बन डाईऑक्साइड आदि। साथ ही यह रस निकले हुए गन्नों के फाइबर से पावर उत्पादन का कार्य भी करती है। बैगस यानी रस निकले हुए गन्ने शकर उद्योग का एक बाइप्रोडक्ट हैं। इस पावर को सीमित उपभोग के साथ ही एक्सटर्नल सेल्स के लिए भी उपयोग में लाया जाता है। इस प्रकार विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड का व्यवसाय 4 मुख्य सेग्मेंट्स में बंटा हुआ है, जिनके नाम शुगर, को-जेनरेशन, डिस्टिलरी तथा नैचुरल अल्कोहल विनेगर हैं।
विश्वराज शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड, प्रतिदिन 11,000 मेट्रिक टन की कुल क्षमता के साथ शकर निर्माण की प्रक्रिया से जुड़ी हुई है। कम्पनी के पास 11,000 टीसीडी की कुल लाइसेंस्ड शुगरकेनध्गन्ने क्रशिंग क्षमता है और इसने 10,500 टीसीडी क्षमता की गन्ने की क्रशिंग को इंस्टॉल किया हुआ है। उल्लेखनीय है कि शकर के डी- रेग्युलराइजेशन (अनियमितिकरण) के समय से, कम्पनी ने मजबूत मार्केटिंग और सेल्स टीम विकसित की है, जिसने विभिन्न प्रमुख और बड़े ब्रांड्स से सम्पर्क बनाया और उन्हें शकर व संबद्धित उत्पाद बेचे। इन ब्रांड्स में- पेप्सिको होल्डिंग्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, पार्ले बिस्किट्स प्राइवेट लिमिटेड तथा ब्रिटेनिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड आदि जैसे बड़े नाम शामिल हैं। ये सभी शकर का इस्तेमाल विभिन्न बिस्किट्स, कन्फेक्शनरी तथा बेवरेजेस बनाने में करते हैं।
No comments:
Post a Comment