By 121 News
Chandigarh May 29, 2021:-पूरी दुनिया धीरे-धीरे कोविड-19 संकट से उबरने लगी है, इसी बीच इर्न्फोमेशन टेक्नोलॉजी उद्योग 'न्यू नॉर्मल'के अनुसार कारोबारों को ढालने में मदद कर रहा है। साल 2020 के दौरान उद्योगों और उपभोक्ताओं ने आधुनिक तकनीकों को तेज़ी से अपनाया। महामारी को ध्यान में रखते हुए लोगों के व्यवहार में बड़े बदलाव आए।
पियरसन व्यू आज अपनी नई रिपोर्ट 'वैल्यू ऑफ आईटी सर्टिफिकेशन' जारी करने जा रहा है। यह रिपोर्ट इस बात पर रोशनी डालती है कि उम्मीदवारों को आईटी सर्टिफिकेशन की ज़रूरत क्यों है, और किस तरह आईटी सर्टिफिकेशन उम्मीदवार एवं एम्प्लॉयर दोनों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
हाल ही में नवम्बर 2019 से अक्टूबर 2020 के बीच ऐसे 29000 उम्मीदवारों पर अध्ययन किया गया जिन्होंने आईटी सर्टिफिकेशन परीक्षा दी थी- गौरतलब है कि इस दौरान दुनिया भर में बड़े बदलाव आ रहे थे। इस अध्ययन में 160 देशों के उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया, जिनमें पहली बार सर्टिफिकेशन पाने वालों से लेकर अनुभवी आईटी प्रोफेशनल तक सभी शामिल थे, जो कई बार आईटी सर्टिफिकेशन पा चुके थे। दुनिया भर में महामारी के बावजूद सर्टिफिकेशन में किसी तरह की रूकावट नहीं आई
कम्प्यूटर आधारित सर्टिफिकेशन एवं लाइसेंस टेस्टिंग में ग्लोबल लीडर पियरसन व्यू ने बताया कि सर्टिफिकेशन द्वारा कौशल को प्रमाणित करना पेशेवरों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, खासतौर पर तब जबकि वे अपने करियर में आगे बढ़ रहे हों। महामारी के चलते एम्प्लॉयर के स्टाफ ट्रेनिंग बजट पर गहरा असर पड़ा है। इससे जहां एक ओर सर्टिफिकेशन प्रोग्राम प्रभावित हुए हैं, वहीं दूसरी ओर आईटी विशेषज्ञ अपनी रोजगार क्षमता एवं वेतन बढ़ाने के लिए स्किल अपग्रेडेशन पर ध्यान दे रहे हैं।
2020 में आईटी सर्टिफिकेशन में 16 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। दुनिया भर में लॉकडाउन्स के बीच, उम्मीदवारों ने सर्टिफिकेशन के लिए पियरसन व्यू के ऑनलाईन प्रॉक्टर्ड सोल्यूशन OnVUE को अपनाया। इस दौरान ऑनलाईन टेस्ट डिलीवरी में 30 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी हुई। अध्ययन में हिस्सा लेने वाले 30 फीसदी उत्तरदाताओं ने बताया कि कोविड-19 के परिणामस्वरूप वे नए सर्टिफिकेशन पाने के लिए प्रेरित हुए, ये उम्मीदवार आईटी के अन्य सर्टिफिकेशन्स के बजाए क्लाउड कम्प्यूटिंग पर ध्यान केन्द्रित कर रहे थे।
रिमोट वर्किंग मॉडल्स की ओर बढ़ रही कंपनियों के साथ क्लाउड सर्टिफिकेशन में बढ़ोतरी
चूंकि कोविड-19 के चलते विभिन्न संगठनों ने डिजिटल उपकरणों को तेज़ी से अपनाना शुरू किया, अध्ययन में पाया गया कि क्लाउड कम्प्यूटिंग में कौशल की मांग बहुत अधिक बढ़ी है। तकरीबन सभी कारोबार किसी न किसी तरह से रिमोर्ट वर्किंग मोड में काम करने लगे, बहुत से उद्यमों के लिए क्लाउड- आधारित प्लेटफॉर्म्स को अपनाना ज़रूरी हो गया (उन्हें ऐसे डेवलपर्स की ज़रूरी पड़ी, जो इन तकनीकों को समझ सकें), ताकि उनके कर्मचारियों को ऐसे संसाधन मुहैया कराए जा सकें, जिनकी मदद से वे घर बैठे आसानी से अपना काम कर सकें। उत्तरदाताओं के अनुसार 2020 में 28 फीसदी सर्टिफिकेशन क्लाउड कम्प्यूटिंग (IaaS, PaaS, SaaS) के क्षेत्र में प्राप्त किए गए- इस दृष्टि से 164 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। (पियरसन व्यू के पिछले 'वैल्यू ऑफ आईटी सर्टिफिकेशन' सर्वे की तुलना में) सर्टिफिकेशन ने नए बदलावों को बढ़ावा दिया। 61 फीसदी उम्मीदवार, जिन्हें उम्मीद थी कि आईटी सर्टिफिकेशन मिलने के बाद उन्हें प्रोमोशन मिल जाएगा, उन्हें पियरसन व्यू का सर्वेक्षण पूरा करने तक प्रोमोशन मिल गया था।
दिन-ब दिन नई तकनीकें विकसित हो रही हैं, आईटी प्रोफेशनल अपना कारोबार को बढ़ाने के लिए नए समाधानों पर फोकस कर रहे हैं, वे स्किल अपग्रेडेशन पर ध्यान दे रहे हैं। 73 फीसदी उत्तरदाताओं ने विशेष जानकारी पाने के लिए आईटी सर्टिफिकेशन प्राप्त किया, ताकि वे अपने स्किल्स को बेहतर बना सकें और बदलती तकनीकों के अनुसार अपने आप को ढाल सकें। अध्ययन में पाया गया कि वे उम्मीदवार जो स्किल अपग्रेडेशन (82 फीसदी) पर ध्यान दे रहे थे, उनकी सफलता की दर सबसे अधिक थी।
सर्टिफिकेशन से आत्मविश्वास बढ़ता है
उम्मीदवारों ने महसूस किया कि सर्टिफिकेशन पाने के बाद अपनी क्षमता पर उनका भरोसा बढ़ गया (91 फीसदी), सफलता के लिए उनका इरादा और अधिक मजबूत हो गया (84 फीसदी), उन्हें अपने साथियों से ज़्यादा सम्मान मिलने लगा (76 फीसदी), वे अपनी नौकरी से अधिक संतुष्ट महसूस करने लगे (76 फीसदी) और काम में उनकी रूचि बढ़ी (74 फीसदी)।
सर्टिफिकेशन को वास्तविक जीवन में भी कारगर पाया गया है। उम्मीदवारों ने बताया कि सर्टिफिकेशन पाने के उनका आत्मविश्वास बढ़ा है, वे अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए स्किल अपग्रेडेशन को जारी रखना चाहते हैं। सर्वेक्षण में हिस्सा लेने 24 वर्ष से कम उम्र के उम्मीदवारों ने औसतन चार सर्टिफिकेशन प्राप्त किए थे, जबकि 55 वर्ष से अधिक उम्र के उम्मीदवारों के पास 10 सर्टिफिकेशन थे। 2020 में सर्टिफिकेशन प्राप्त करने वाले 86 फीसदी उम्मीदवार अगले 12 महीनों में कई और सर्टिफिकेशन्स पाने की योजना बना रहे हैं।
आईटी सर्टिफिकेशन्स को सपोर्ट करने वाले एम्प्लॉयर्स ज़्यादा प्रोडक्टिव हैं और उनके कर्मचारी भी ज़्यादा लॉयल हैं
वे एम्प्लॉयर्स जो अपने कर्मचारियों के लिए सर्टिफिकेशन को सपोर्ट करते हैं, उनके कर्मचारी अधिक प्रोडक्टिव सक्षम और निष्ठावान होते हैं। जब एम्प्लॉयर्स अपने कर्मचारी के लिए सर्टिफिकेशन का खर्च उठाता है, तब कर्मचारी कंपनी से बाहर जाकर अवसरों की तलाश नहीं करना चाहते (87 फीसदी की तुलना में 74 फीसदी), जिससे कर्मचारी टर्नओवर कम होता है। 'इसमें कोई संदेह नहीं कि साल 2020 बेहद चुनौतीपूर्ण था, किंतु दुनिया भर में आईटी उद्योग परिस्थितियों के अनुसार अपने आप को ढालने में कामयाब रहा। हमारे अध्ययन से साफ हो गया है कि कंपनियां कारोबार की चुनौतियों को हल करने के लिए सर्टिफिकेशन पर भरोसा कर रही है, इससे कर्मचारियों को भी आगे बढ़ने के अवसर मिल रहे हैं।' बॉब व्हेलन, प्रेज़ीडेन्ट, पियरसन असेसमेन्ट ने कहा दुनिया भर में लोगों एवं आईटी प्रोफेशनल्स के दृष्टिकोण को लेकर बेहद उत्सुक हैं, जो मुश्किल परिस्थ्तियों के बावजूद पूरे जोश के साथ आगे बढ़ रहे हैं और महामारी के बीच तेज़ी से डिजिटल बदलावों को अपना रहे हैं।
हाल ही में नवम्बर 2019 से अक्टूबर 2020 के बीच ऐसे 29000 उम्मीदवारों पर अध्ययन किया गया जिन्होंने आईटी सर्टिफिकेशन परीक्षा दी थी- गौरतलब है कि इस दौरान दुनिया भर में बड़े बदलाव आ रहे थे। इस अध्ययन में 160 देशों के उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया, जिनमें पहली बार सर्टिफिकेशन पाने वालों से लेकर अनुभवी आईटी प्रोफेशनल तक सभी शामिल थे, जो कई बार आईटी सर्टिफिकेशन पा चुके थे। दुनिया भर में महामारी के बावजूद सर्टिफिकेशन में किसी तरह की रूकावट नहीं आई
कम्प्यूटर आधारित सर्टिफिकेशन एवं लाइसेंस टेस्टिंग में ग्लोबल लीडर पियरसन व्यू ने बताया कि सर्टिफिकेशन द्वारा कौशल को प्रमाणित करना पेशेवरों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, खासतौर पर तब जबकि वे अपने करियर में आगे बढ़ रहे हों। महामारी के चलते एम्प्लॉयर के स्टाफ ट्रेनिंग बजट पर गहरा असर पड़ा है। इससे जहां एक ओर सर्टिफिकेशन प्रोग्राम प्रभावित हुए हैं, वहीं दूसरी ओर आईटी विशेषज्ञ अपनी रोजगार क्षमता एवं वेतन बढ़ाने के लिए स्किल अपग्रेडेशन पर ध्यान दे रहे हैं।
2020 में आईटी सर्टिफिकेशन में 16 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। दुनिया भर में लॉकडाउन्स के बीच, उम्मीदवारों ने सर्टिफिकेशन के लिए पियरसन व्यू के ऑनलाईन प्रॉक्टर्ड सोल्यूशन OnVUE को अपनाया। इस दौरान ऑनलाईन टेस्ट डिलीवरी में 30 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी हुई। अध्ययन में हिस्सा लेने वाले 30 फीसदी उत्तरदाताओं ने बताया कि कोविड-19 के परिणामस्वरूप वे नए सर्टिफिकेशन पाने के लिए प्रेरित हुए, ये उम्मीदवार आईटी के अन्य सर्टिफिकेशन्स के बजाए क्लाउड कम्प्यूटिंग पर ध्यान केन्द्रित कर रहे थे।
रिमोट वर्किंग मॉडल्स की ओर बढ़ रही कंपनियों के साथ क्लाउड सर्टिफिकेशन में बढ़ोतरी
चूंकि कोविड-19 के चलते विभिन्न संगठनों ने डिजिटल उपकरणों को तेज़ी से अपनाना शुरू किया, अध्ययन में पाया गया कि क्लाउड कम्प्यूटिंग में कौशल की मांग बहुत अधिक बढ़ी है। तकरीबन सभी कारोबार किसी न किसी तरह से रिमोर्ट वर्किंग मोड में काम करने लगे, बहुत से उद्यमों के लिए क्लाउड- आधारित प्लेटफॉर्म्स को अपनाना ज़रूरी हो गया (उन्हें ऐसे डेवलपर्स की ज़रूरी पड़ी, जो इन तकनीकों को समझ सकें), ताकि उनके कर्मचारियों को ऐसे संसाधन मुहैया कराए जा सकें, जिनकी मदद से वे घर बैठे आसानी से अपना काम कर सकें। उत्तरदाताओं के अनुसार 2020 में 28 फीसदी सर्टिफिकेशन क्लाउड कम्प्यूटिंग (IaaS, PaaS, SaaS) के क्षेत्र में प्राप्त किए गए- इस दृष्टि से 164 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। (पियरसन व्यू के पिछले 'वैल्यू ऑफ आईटी सर्टिफिकेशन' सर्वे की तुलना में) सर्टिफिकेशन ने नए बदलावों को बढ़ावा दिया। 61 फीसदी उम्मीदवार, जिन्हें उम्मीद थी कि आईटी सर्टिफिकेशन मिलने के बाद उन्हें प्रोमोशन मिल जाएगा, उन्हें पियरसन व्यू का सर्वेक्षण पूरा करने तक प्रोमोशन मिल गया था।
दिन-ब दिन नई तकनीकें विकसित हो रही हैं, आईटी प्रोफेशनल अपना कारोबार को बढ़ाने के लिए नए समाधानों पर फोकस कर रहे हैं, वे स्किल अपग्रेडेशन पर ध्यान दे रहे हैं। 73 फीसदी उत्तरदाताओं ने विशेष जानकारी पाने के लिए आईटी सर्टिफिकेशन प्राप्त किया, ताकि वे अपने स्किल्स को बेहतर बना सकें और बदलती तकनीकों के अनुसार अपने आप को ढाल सकें। अध्ययन में पाया गया कि वे उम्मीदवार जो स्किल अपग्रेडेशन (82 फीसदी) पर ध्यान दे रहे थे, उनकी सफलता की दर सबसे अधिक थी।
सर्टिफिकेशन से आत्मविश्वास बढ़ता है
उम्मीदवारों ने महसूस किया कि सर्टिफिकेशन पाने के बाद अपनी क्षमता पर उनका भरोसा बढ़ गया (91 फीसदी), सफलता के लिए उनका इरादा और अधिक मजबूत हो गया (84 फीसदी), उन्हें अपने साथियों से ज़्यादा सम्मान मिलने लगा (76 फीसदी), वे अपनी नौकरी से अधिक संतुष्ट महसूस करने लगे (76 फीसदी) और काम में उनकी रूचि बढ़ी (74 फीसदी)।
सर्टिफिकेशन को वास्तविक जीवन में भी कारगर पाया गया है। उम्मीदवारों ने बताया कि सर्टिफिकेशन पाने के उनका आत्मविश्वास बढ़ा है, वे अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए स्किल अपग्रेडेशन को जारी रखना चाहते हैं। सर्वेक्षण में हिस्सा लेने 24 वर्ष से कम उम्र के उम्मीदवारों ने औसतन चार सर्टिफिकेशन प्राप्त किए थे, जबकि 55 वर्ष से अधिक उम्र के उम्मीदवारों के पास 10 सर्टिफिकेशन थे। 2020 में सर्टिफिकेशन प्राप्त करने वाले 86 फीसदी उम्मीदवार अगले 12 महीनों में कई और सर्टिफिकेशन्स पाने की योजना बना रहे हैं।
आईटी सर्टिफिकेशन्स को सपोर्ट करने वाले एम्प्लॉयर्स ज़्यादा प्रोडक्टिव हैं और उनके कर्मचारी भी ज़्यादा लॉयल हैं
वे एम्प्लॉयर्स जो अपने कर्मचारियों के लिए सर्टिफिकेशन को सपोर्ट करते हैं, उनके कर्मचारी अधिक प्रोडक्टिव सक्षम और निष्ठावान होते हैं। जब एम्प्लॉयर्स अपने कर्मचारी के लिए सर्टिफिकेशन का खर्च उठाता है, तब कर्मचारी कंपनी से बाहर जाकर अवसरों की तलाश नहीं करना चाहते (87 फीसदी की तुलना में 74 फीसदी), जिससे कर्मचारी टर्नओवर कम होता है। 'इसमें कोई संदेह नहीं कि साल 2020 बेहद चुनौतीपूर्ण था, किंतु दुनिया भर में आईटी उद्योग परिस्थितियों के अनुसार अपने आप को ढालने में कामयाब रहा। हमारे अध्ययन से साफ हो गया है कि कंपनियां कारोबार की चुनौतियों को हल करने के लिए सर्टिफिकेशन पर भरोसा कर रही है, इससे कर्मचारियों को भी आगे बढ़ने के अवसर मिल रहे हैं।' बॉब व्हेलन, प्रेज़ीडेन्ट, पियरसन असेसमेन्ट ने कहा दुनिया भर में लोगों एवं आईटी प्रोफेशनल्स के दृष्टिकोण को लेकर बेहद उत्सुक हैं, जो मुश्किल परिस्थ्तियों के बावजूद पूरे जोश के साथ आगे बढ़ रहे हैं और महामारी के बीच तेज़ी से डिजिटल बदलावों को अपना रहे हैं।
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