By 121 News
Chandigarh, Feb.13, 2024:-यहां देश में 14 फरवरी को प्यार का सबसे बड़ा दिन माना जाता है वहीं उस दिन आज से ठीक पांच साल पहले देश में पुलवामा अटैक हुआ था, जिसमें 42 जवानों ने अपनी जान गवा दी थी और पूरा देश उन जवानों के साथ हुई इस दर्दनाक घटना को लेकर उबल पड़ा था। इतना ही नहीं पूरे विश्व ने भी इस हमले को निंदनीय घटना माना था। अब फिर वही 14 फरवरी है।
14 फरवरी वर्ष 2019 में पुलवामा हमले में शहीद हुए सभी अमर जवानों को श्रद्धांजलि देने के मकसद से ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के द्वारा सेक्टर 23-24 लाइट पॉइंट के नजदीक सेक्टर 24 के पार्क में कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। शहीदों की याद में 02 मिनिट का मौन भी रख उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी। इस दौरान सभी ने यह प्रण लिया कि इस हमले में हमारे देश के लिए सैनिकों ने बलिदान दिया और हम सभी उनके साहस, शौर्य और वीरता को सराहना करते हैं। हम उनके परिवारों के साथ हैं और उन्हें हमारी संवेदनाएं और सहानुभूति हमेशा रहेगी। हम भारत देश के निवासी होने पर गर्व महसूस करते हैं कि ऐसे आतंकी हमलों से निपटने के लिए हम सभी मिलकर राष्ट्र एवं सेना के साथ हैं।इस अवसर पर अजय पांडेय, ए डी जी पी ( सी एम सिक्योरिटी पंजाब)भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने भी शहीदों की याद में कैंडल श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के चेयरमैन रविन्द्र सिंह बिल्ला ने कहा कि पश्चिमी सभ्यता में रंगी देश की युवा पीढ़ी द्वारा वैलेंटाइन दिवस बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाने लगा है। जोकि हमारी सभ्यता और संस्कृति के बिल्कुल विपरीत है। आज से ठीक पांच वर्ष पहले 14 फरवरी 2019 को पुलवामा अटैक में सी आर पी एफ के 42 फौजियों के शहीद होने की यह पाँचवी वर्षगांठ है। जिसे ब्लैक डे माना गया था। इस खबर को सुन सभी देशवासी स्तब्ध रह गए थे। इस लिए सभी देशवासियों खासकर युवाओं को आज के दिवस को शहीदी दिवस के रूप में मनाना चाहिए। सभी देशवासियों को चाहिए कि वो शहीद हुए वीर जवानों की स्मृति में अपने घर की दीवार या मुंडेर पर एक कैंडल या दीया जरूर जलाएं, यही हमारी उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन और एन सी सी गर्ल्स कैडेट्स सेक्टर 24 के आपसी सहयोग से आज वैलेंटाइन दिवस को न मना कर देश के सच्चे सपूतों और देश की आन बान और शान की खातिर अपनी जान न्योछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इन सभी और अन्य लोगों के द्वारा शहीदों को नमन कर कैंडल जला कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके छोटे छोटे बच्चों को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था और उन्हें बताया गया कि हम सब को अपने देश के सच्चे सपूतों को याद करते हुए उनकी याद में रिमेम्बरन्स दिवस मनाना चाहिए न कि वैलेंटाइन दिवस मनाना चाहिए। वैलेंटाइन दिवस को अगर प्यार के दिवस के रूप में मनाया जा रहा है तो क्यों न हम भी अपने फौजी भाईयों से प्रेम करे, जो हमारे देश की सुरक्षा और रक्षा के लिए सदैव अग्रसर रहते हैं और देश की खातिर अपने प्राणों की आहुति देने से भी नही चूकते। हमारा नमन उन अभिभावकों को जिन्होंने ऐसे सपूतों को पैदा किया, हमारा नमन ऐसे जांबाजों को जिन्होंने अपने स्वार्थ अपने परिवार और हित का मोह त्याग देश की खातिर अपना बलिदान दिया।
इस अवसर पर ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के सदस्य और मार्किट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों के अलावा और अन्य लोग भी मौजूद थे।
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