संयुक्त कर्मचारी मोर्चा की छह प्रमुख फैडरेशन में फैडरेशन ऑफ यूटी एवं एम सी इम्प्लाइज, चंडीगढ़ यूटी सबोर्डिनेट सर्विस फैडरेशन, यूटी एस एस फैडरेशन, ज्वाइंट एक्शन कमेटी यूटी एवं एम सी, चंडीगढ़ सबोर्डिनेट सर्विस यूटी तथा आल कांटरैकचुअल कर्मचारी संघ यूटी चंडीगढ़ इत्यादि शामिल हैं ।छह फैडरेशनों में चंडीगढ़ के विभिन्न विभागों जैसे हार्टिकल्चर,रोड, ट्रांसपोर्ट,वाटर सप्लाई, बिल्डिंग एंड मेंटिनेंस, म्युनिसिपल कारपोरेशन, अस्पताल,एम ओ एच, चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड, एजुकेशन, हायर एजुकेशन, बिजली विभाग, पीजीआई व युनिवर्सिटी इत्यादि की विभिन्न युनियनें जुडी हुई हैं ।
संयुक्त कर्मचारी मोर्चा की मुलाकात में चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा बिजली कर्मचारियों पर की जा रही कार्रवाई रोकने पर संयुक्त कर्मचारी मोर्चा की बातचीत हुई ।
चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा बिजली कर्मचारियों की 22 फरवरी से 24 फरवरी की तीन दिवसीय हड़ताल के कारण बिजली आपूर्ति की निगरानी कर रहे दो जुनियर इंजीनियर को अगली जांच तक के लिए निलंबित कर दिया गया है जबकि पावर यूनियन की हड़ताल के बाद बिजली आपूर्ति बहाल करने में सेना अधिकारियों से सहयोग नहीं मिलने पर अधीक्षण अभियंता (विद्युत) को कारण बताओ भी नोटिस जारी किया गया है इसके अलावा विद्युत विभाग के 126 नियमित कर्मचारियों को सरकारी कार्यों से अनुपस्थित रहने के कारण गंभीर स्थिति के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है तथा विद्युत विभाग के 17 आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवा समाप्ति एवं 143 कर्मचारियों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के क्रम में भी जांच जारी है।
चंडीगढ़ प्रशासन ने स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग अध्यक्षता में गठित कमेटी जिसमें चिकित्सा अधीक्षक 16, चिकित्सा अधीक्षक 32 और गुरप्रीत सिंह एक्सईएन (विद्युत) शामिल है।
चंडीगढ़ प्रशासन से हुए समझौते के बाद बिजली कर्मचारियों ने सप्लाई चालू कर दी थी तथा सभी कर्मचारियों को ड्यूटी ज्वाइन करवाई गई परन्तु चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा कर्मचारियों पर की जा रही प्रशासनिक कारवाई से कर्मचारी संगठनों में रोष व्याप्त है।
संयुक्त कर्मचारी मोर्चा ने कहा कि इस कारवाई से चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा कर्मचारियों में डर का माहौल व बेचैनी पैदा हो गया है तथा भविष्य में कर्मचारी संगठनों पर अपनी मांगों के प्रति रोष प्रदर्शन करने पर पाबंदी लगाई जा सकती है ।
आज की एडवाइजर की मुलाकात में संयुक्त कर्मचारी मोर्चा की कैबिनेट में राजिंदर कुमार,सुखबीर सिंह,अश्विनी कुमार,बलविंदर सिंह, गोपाल दत्त जोशी,रघुबीर चंद, रणबीर राणा,रंजीत मिश्रा, राजेन्द्र कटोच,बिपिन शेर सिंह,हरकेश चंद,राजा राम, व गोपाल दत्त जोशी इत्यादि शामिल रहे ।
संयुक्त कर्मचारी मोर्चा ने हड़ताली बिजली कर्मचारियों पर हो रही कार्रवाई रोकने, आउटसोर्स कर्मचारियों की नौकरी व जेईओं की ससपैंशन बहाली व एफ आई आर रद्द करने की मांग की ।
संयुक्त कर्मचारी मोर्चा द्वारा चंडीगढ़ प्रशासन दवारा सुनवाई नहीं की जा रही अन्य कई लंबित मांगों जैसे कांट्रैक्ट इम्प्लाइज के लिए रैगुलराइजेशन पालिसी,समान काम समान वेतन,अनुकंपा पर भर्तियां,छठे पे कमीशन के एरियर पर सलाहकार को ज्ञापन भी सौंपा गया व इन मुद्दों पर जल्द मीटिंग की मांग भी की गई ।
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