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Tuesday, 28 September 2021

'तंबाकू या स्वास्थ्य' पर 5वें राष्ट्रीय सम्मेलन में तंबाकू मुक्त भारत के लिए चंडीगढ़ घोषणा पत्र जारी

By 121 News
Chandigarh Sept.28, 2021:- हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने तंबाकू या स्वास्थ्य विषय पर आयोजित 5वें राष्ट्रीय वर्चुअल सम्मेलन (एनसीटीओएच-वर्चुअल) के उद्घाटन समारोह में कहा, 'हमारे देश को हर तरह के तंबाकू उत्पादों से मुक्त बनाना समय की मांग है।'

डॉ. राजीव सैजल 3-दिवसीय वर्चुअल सम्मेलन में मुख्य अतिथि थे, जिसे पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआईएमईआर) चंडीगढ़ के सामुदायिक चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य स्कूल विभाग द्वारा आयोजित किया गया था।

मुख्य भाषण देते हुए, डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि पीजीआईएमईआर जैसे राष्ट्रीय उत्कृष्टता संस्थान अन्य मेडिकल कॉलेजों को तंबाकू मुक्त भारत अभियान में शामिल होने के लिए एक उदाहरण पेश कर सकते हैं।

उन्होंने सतत विकास लक्ष्यों प्राप्त करने के लिए, स्वास्थ्य व अन्य क्षेत्रों द्वारा इस अभियान में एक साथ मिलकर काम करने को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, 'हिमाचल प्रदेश हमेशा से तंबाकू नियंत्रण में सबसे आगे रहा है और तंबाकू नियंत्रण की पहल करने के मामले में इसने कई राज्यों को रास्ता दिखाया है।'

पीजीआईएमईआर के आयोजन सचिव और प्रोफेसर डॉ. सोनू गोयल ने कहा, 'एनसीटीओएच-2021 के तीन दिवसीय वैज्ञानिक कार्यक्रम में विविध विषयों पर 9 कार्यशालाएं आयोजित की गयी और 100 से अधिक तकनीकी सत्र हुए, जिनमें भारत व अन्य देशों के 150 से अधिक तकनीकी विशेषज्ञों ने भाग लिया।'

उन्होंने देश में तंबाकू नियंत्रण के संचालन के लिए स्वास्थ्य प्रणालियों की क्षमता निर्माण के लिए शैक्षणिक व अनुसंधान संस्थानों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला।

तंबाकू या स्वास्थ्य विषय पर तीन-दिवसीय 5वां राष्ट्रीय सम्मेलन (एनसीटीओएच-वर्चुअल) का आयोजन इंटरनेशनल यूनियन अगेंस्ट टीबी एंड लंग डिजीजेज, साउथ ईस्ट एशिया के सहयोग से तंबाकू नियंत्रण में काम करने वाले कई संगठनों और व्यक्तियों के सहयोग से और भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के समग्र मार्गदर्शन में किया गया था।

सम्मेलन का उद्देश्य बहु-हितधारकों व सरकार की भागीदारी और सम्मेलन की थीम - 2030 तक तंबाकू मुक्त भारत के लिए बहु-क्षेत्रीय जुड़ाव : एसडीजी की दिशा में प्रगति, पर काम करने के लिए दिशा निर्देशन करना था।

पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ (यूटी) के प्रशासक, बनवारी लाल पुरोहित ने कोविड-19 महामारी के इस चुनौतीपूर्ण समय में देश में तंबाकू नियंत्रण की गति को बनाए रखने के लिए पीजीआईएमईआर के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने चंडीगढ़ में तंबाकू नियंत्रण के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए प्रशासनिक सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी दिया।

पीजीआईएमईआर के निदेशक, प्रो. जगत राम ने तंबाकू नियंत्रण और नीति केंद्रित अनुसंधान के लिए पीजीआईएमईआर की पहल का उल्लेख किया।

चंडीगढ़ घोषणा पत्र की जानकारी पद्मभूषण प्रो. के श्रीनाथ रेड्डी, प्रेसिडेंट पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया और डॉ. पी.सी गुप्ता, डायरेक्टर, हीलिस-सेखसरिया इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ द्वारा समापन समारोह के दौरान दी गयी। यह चर्चा 3-दिवसीय विचार-विमर्श का परिणाम थी, जहां विशेषज्ञों ने भारत के वर्तमान तंबाकू नियंत्रण अधिनियम 2003 में संशोधन, तंबाकू उत्पादों पर करों और इनकी मानकीकृत पैकेजिंग की प्रतिज्ञा की। उन्होंने ऑनलाइन मार्केटिंग वेबसाइटों पर इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट, हर्बल धूम्रपान, ई-हुक्का बेचने पर सख्त कार्रवाई और निगरानी की भी मांग की।

विशेषज्ञों ने कोविड-19 के मद्देनजर बिना धूम्रपान वाले तंबाकू उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने, तंबाकू परीक्षण प्रयोगशालाओं को सशक्त करने, स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों में तंबाकू समाप्ति सेवाओं का विस्तार करने, तंबाकू विक्रेता लाइसेंस शुरू करने, स्वास्थ्य, संबंधित नीतियों पर तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप को रोकने और लंग व कमजोर समूहों पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ एक साक्ष्य आधारित राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण नीति तैयार करने पर जोर दिया।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के अतिरिक्त उप महानिदेशक डॉ. एल स्वस्तीचरण ने भारत में तंबाकू समाप्ति के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए मंत्रालयों तथा विभागों में बहु-क्षेत्रीय मेलजोल का आह्वान किया।

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