By 121 News
Chandigarh, August 02, 2021- हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा है कि राज्य का किसान इस समय दोहरी मार झेल रहा है लेकिन सरकार जरा भी चिंता नहीं कर रही। तीन काले कृषि कानूनों से सहमा धरतीपुत्र मौसम की मार भी सह रहा है। राज्य में 33 हजार एकड़ से ज्यादा फसल बरसाती पानी जमा होने से खराब हो गई। उन्होंने मांग की है कि सरकार समयबद्ध स्पेशल गिरदावरी करवा कर प्रभावित किसानों को जल्द से जल्द पर्याप्त मुआवजा देने की घोषणा करे।
आज यहां जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि करनाल, जींद, कैथल, फतेहाबाद, नारनौल, सिरसा, रोहतक, कुरुक्षेत्र व हिसार बरसात से सर्वाधिक प्रभावित जिले हैं। अब तक न तो खेतों से पानी निकाला गया , न स्पेशल गिरदावरी करवा कर किसानों को राहत देने की घोषणा हुई।
उन्होंने कहा कि किसान तीन काले कानूनों के विरोध में आठ महीने से दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हैं, दूसरी तरफ अब मौसम कहर बरपा रहा है। भारी बरसात के कारण खेतों में तीन से पांच फीट तक पानी जमा है। सब्जियों की ज्यादातर फसल खराब हो चुकी, धान, बाजरा, कपास व मूंग को भी भारी नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि सब्जियों में सबसे अधिक नुकसान करनाल जिले में हुआ। करनाल में धान की 13 हजार एकड़ फसल खराब हुई। नारनौल, सिरसा व फतेहाबाद में नरमा, कपास, मूंग व ग्वार की फसल गल चुकी। जींद जिले में धान की करीब 10 हजार एकड़ फसल डूबी है, उचाना व नरवाना में कपास की सैकड़ों एकड़ फसल खराब हुई। सबसे अधिक नुकसान उन किसानों को हुआ, जिन्होंने ठेके पर जमीन लेकर फसल बोई है। सरकार ने सुध नहीं ली तो उनके सामने भूखों मरने की नौबत आ सकती है। वे ठेके की राशि का भुगतान कर चुके और जो पैसा बचा था, वह बुआई में खर्च कर दिया।
No comments:
Post a Comment