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Thursday, 25 March 2021

एनजीओ परिवर्तन ने मानसिक बीमारी से पीडि़त 57 लोगों का रजिस्ट्रेशन किया

By 121 News

Chandigarh March 25, 2021:- एनजीओ परिवर्तन  ने आज अपने संस्थापक-अध्यक्ष स्वर्गीय डॉ.बी.एस. चवन के जन्मदिन के मौके पर आज सेक्टर 32 में डिसेबिलिटी एसेसमेंट रीहैबलिएटेशन एंड ट्राइएज (डीएआरटी) परिसर में एक कार्यक्रम आयोजित किया। 

डिपार्टमेंट ऑफ साइकेट्री, जीएमसीएच, सेक्टर -32 चंडीगढ़ का एक उपक्रम है, जिसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों के लोग आते हैं। परिवर्तन, जो एक गैर-सरकारी संगठन है, जो यूटी चंडीगढ़ में मानसिक बीमारी वाले व्यक्तियों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए काम कर रहा है, स्वर्गीय डॉ. बी. एस.चवन की एक पहल थी जो कि जीएमसीएच, चंडीगढ़ के डायरेक्टर प्रिंसिपल थे। 

विशेष रोजगार एक्सचेंज के तहत दिव्यांगता वाले मानसिक बीमारी वाले व्यक्तियों के पंजीकरण के लिए उनकी स्मृति में एक शिविर आयोजित किया गया था। चंडीगढ़ के सेक्टर-32 स्थित डीएआरटी सर्विसेज में क्षेत्रीय रोजगार एक्सचेंज से रोजगार एक्सचेंज की एक टीम आई, जहां 57 व्यक्तियों ने इस विशेष रोजगार एक्सचेंज के लिए रजिस्ट्रेशन किया गया। 

डॉ.जसबिंदर कौर, डायरेक्टर प्रिंसिपल, जीएमसीएच, चंडीगढ़ ने इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। इस मौके पर उनके साथ एनजीओ परिवर्तन की प्रेसिडेंंट डा.प्रीति अरुण ने कहा कि परिर्वतन डॉ.चवन द्वारा शुरू किए गए कार्यों को पूरी ट्राईसिटी में आगे बढ़ाएगा। इस अवसर पर परिवर्तन की वाइस प्रेसिडेंट गुरिंदर मोहिनी लांबा ने भी बात की। डॉ.कविता चवन, डॉ.चवन की पत्नी, और उनके दो बेटे भी इस अवसर पर आयोजितत कार्यक्रम में शामिल हुए। 

स्वर्गीय डॉ.बी.एस.चवन ने 1 जनवरी, 2018 को जीएमसीएच-32 के डायरेकटर प्रिंसिपल के रूप में पदभार संभाला था। इसके अलावा वे 1996 में साइकेट्री विभाग के प्रोफेसर और हैड बने। साथ ही वे गवर्नमेंट रीहैबलिएटेशन इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंटेलेक्चुअल डिसएबिलिटी (जीआर्रआईआईडी) के डायरेक्टर, मेंटल हेल्थ इंस्टीट्यूट (एमएचआई)  के डायरेक्टर और परिवर्तन के प्रेसिडेंट भी थे। डॉ.चवन ने अपने करियर के दौरान मानसिक बीमारी से ग्रस्त लोगों की बेहतरी के लिए कई नई पहलों की शुरुआत की। 

शिविर के दौरान, कोविड-19 मानदंडों का पालन किया गया और सामाजिक दूरी को बनाए रखा गया। उपस्थित लोगों को मुफ्त मास्क प्रदान किए गए जो अपने मास्क भूल आए थे और जिनके मास्क ढीले थे, और हाथों को भी सैनेटाइज किया गया था। यह सुनिश्चित करने के लिए कि एक निश्चित बिंदु पर 10 से अधिक व्यक्ति मौजूद नहीं हैं, मरीजों और परिवार के सदस्यों को अलग-अलग समय आबंटित किए गए थे।

डॉ.बी.एस.चवन, के जन्मदिन के मौके पर गवर्नमेंट रीहैबलिएटेशन इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंटेलेक्चुअल डिसएबिलिटी (जीआर्रआईआईडी), सेक्टर 31 ने वार्षिक रिसर्च दिवस मनाया। डॉ.जसबिंदर कौर, डायरेक्टर प्रिंसिपल, जीएमसीएच, चंडीगढ़ कार्यक्रम के लिए मुख्यातिथि थीं। उन्होंने बौद्धिक और विकासात्मक अक्षमताओं के क्षेत्र में अनुसंधान कार्य करने के लिए सभी कर्मचारियों की सराहना की और उन्हें प्रोत्साहित किया। प्रो.प्रीति अरुण ने शोध के महत्व पर प्रकाश डाला और शोध करने के लिए कर्मचारियों को प्रेरित किया। जीआरआईआईडी के सभी विभागों के प्रमुख, डॉ.नाज़ली (कोर्स कोऑर्डिनेटर),  जीआरआईआईडी कॉलेज, डॉ. रीना जैन (क्लिनिक इंचार्ज) और डॉ.वाणी रत्नम (प्रिंसिपल, स्पेशल स्कूल जीआरआईआईडी) ने अपने संबंधित विभागों के अनुसंधान योगदान और शोध में भविष्य के दृष्टिकोण पर चर्चा की। 

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