By 121 News
Chandigarh September 01, 2020:- कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जो मरीज होम आइसोलेशन में रह रहे हैं। वे अपने आपको अकेला महसूस न करें, इसलिए प्रशासन उनसे बराबर संपर्क रख रहा है। हाउसिंग बोर्ड के सीईओ यशपाल गर्ग ने बताया कि एक दर्जन कर्मचारी इस काम में लगाए गए हैं।
अकेले 10 दिन तक एक कमरे में बंद रहना स्वस्थ व्यक्ति के लिए भी संभव नहीं है। कोरोना पॉजिटिव मरीज तो तनाव में रहते हैं। उन्हें जरा सी दिक्कत भी बड़ी लगती है। हम जब काउंसिलिंग करते हैं तो उसके बाद उनकी सेहत में जल्द सुधार नजर आता है।
शहर को चार जोन में बांटा गया है इसलिए चार डॉक्टर की ड्यूटी लगाई गई है। चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड में बने कंट्रोल रूम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उन मरीजों से डॉक्टर वॉट्सएप पर वीडियाे कॉल कर हालचाल पूछते हैं। अगर कोई दिक्कत है तो उन्हें दवा लिखकर भेजते हैं।
चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के सीईओ यशपाल गर्ग ने बताया कि एक दर्जन कर्मचारी इस काम में लगाए गए हैं। 900 के लगभग मरीज है जो होम आईसोलेट है। पी जी आई के चार डॉक्टर की टीम उनसे बातचीत कर उनका स्वास्थय जानने के लिए अप्पोइंट की गयी है ।अगर किसी को लगता है की उसे सांस लेने या अन्य किसी प्रकार की सीरियस दिक्कत आ रही है तो एम्बुलेंस का इंतज़ाम कर पी जी आई शिफ्ट कर देते है ।उनके अनुसार उनके द्वारा दिए गए हेल्प लाइन नंबरज पर मरीज 24x7 कॉल कर मदद मांग सकता है।पेशेंट को मोरल सपोर्ट देने के लिए उनके स्टाफ द्वारा हर दो घंटे बाद वीडियो कॉल कर उनका स्वास्थय जाता है और उन्हें अच्छा महसूस करवाने के लिए पॉजिटिव बातें की जाती है ।चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा जो ये कदम उठाया गया है, लोग उसकी प्रशंसा कररहे है।
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