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Friday, 31 July 2020

ईद उल जुहा यानि की बकरीद कल: इस बार गले मिलकर नहीं मना पाएगा बकरीद मुस्लिम समुदाय: बकरीद पर दी जाती है कुर्बानी, मुस्लिम समुदाय का खास त्योहार: कोरोना ने बकरीद का रंग भी किया फीका

By 121 News

Chandigarh July 31, 2020:- ईद उल जुहा यानि कि बकरीद कल शनिवार को है। इसको लेकर अबकी बार मुस्लिम समुदाय किस तरह इस बकरीद के त्योहार को मनाएगा। बकरीद मुसलमानों के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है और इस दिन कुर्बानी देने की प्रथा होती है। लेकिन इस बार कोरोना की इस महामारी को लेकर सरकार द्वारा खास हिदायत दी गई है कि मुस्लिम समुदाय यह त्योहार अपने घरों में ही मनाए। 

चंडीगढ़ की सैकटर 20 स्थित जामा मस्जिद की बात करें तो इस त्योहार पर यहां पर हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग एकत्र होकर एक दूसरे के गले लगकर ईद की वधाई देते हुए बकरीद मनाते आए हैं। लेकिन इस बार ऐसा नही होगा। कोरोना संकटकाल के चलते इस बार मुस्लिम समुदाय सेक्टर 20 जामा मस्जिद या शहर की किसी मस्जिद में इस का त्योहार नही मना पाएगा और ही ईद की नमाज अता कर पाएगा। सरकारी दिशा निर्देशों की पालना करते हुए सभी मुस्लिम भाईयों को कहा गया है कि इस बार बकरीद की नमाज अपने अपने घर पर ही अता करें। और बकरीद का पाक त्यौहार घर पर ही पारिवारिक सदस्यों के साथ मनाएं। इसके अलावा एक दूसरे को गले लगकर ईद की बधाई देने से भी परहेज करें।

जामा मस्जिद के इमाम मौलाना अजमल खान ने इस बार सारे मुस्लिम समुदाय को इस त्योहार को सादगी से मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि बकरीद का त्यौहार घर पर ही मनाएं, और अगर मस्जिद जाएं तो एहतियात बरतें गले मिलें, सामाजिक दूरी बनाकर रखें अपने आपको सैनिटाइज करते रहे। 

कोरोना के संक्रमण जिस तरह से फैल रहा है उसने सभी की जिंदगी को प्रभावित किया है कुछ दिनों बाद राखी है, जिसकी भी रंगत गायब है कई बहनें अपने भाईयों के पास नहीं जा पा रही हैं ऐसे में सभी कोरोना का जल्द से जल्द कोई इलाज निकले ऐसी ही दुआ कर रहे हैं ताकि यह भय का माहौल हटे और लोग फिर से एक दूसरे से हंसी खुशी मिल सके।

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