By 121 News
Chandigarh 22nd October:- चंडीगढ प्रशासन दवारा मंजूरशुदा पोसटों पर काम कर रहे कांटरैकट करमचारियों के विज्ञापन निकालने तथा जैम प्रणाली में ठेकेदार दवारा पुराने आऊटसोरसिंग वरकर को निकालने की चंडीगढ़ प्रशासन की कर्मचारी विरोधी नीतियों और भेदभाव भरे रवैये के चलते कांटरैकट व आउटसोर्सिंग कर्मचारी काली दीवाली मनाने को हुए मजबूर। आज हजारों की गिनती में कांटरैकट व आउटसोर्सिंग वर्कर्स ने एकजुटता दिखाते हुए चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर और चंडीगढ प्रशासन विरूध रैगुलराइजेशन,समानता व नौकरी की सुरक्षा के लिए रैली ग्राउंड में कैंडल मार्च निकाला और रोष प्रदर्शन किया।
आल कांटरैकचुअल करमचारी संघ,यूटी चंडीगढ के चेयरमैन विपिन शेरसिंह ने बताया कि आल कांटरैकचुअल कर्मचारी संघ चंडीगढ़ प्रशासन दवारा पुराने आऊटसोरसिंग वरकरस को निकालने व कांटरैकट कर्मचारियों की जगह नियमित नियुक्तियों के लिए शिक्षा, उच्च शिक्षा और अन्य विभागों में अतिथि शिक्षक, व्याख्याता, क्लर्क और अन्य श्रेणियों के पदों का विज्ञापन देने तथा 25 साल से संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण के लिए कोई केंद्रीय दिशा-निर्देश न होने और न ही प्रशासन दवारा पंजाब की रैगुलराइजेशन नीति 2011 से इन कांटरैकट वरकरस को नियमित करने की चंडीगढ़ प्रशासन की नीतियों का विरोध करता है क्योंकि चंडीगढ में केंद्रीय नीति के अभाव में एक बार उपाय के रूप में पंजाब के नियमों का पालन कर सकता है ।वर्तमान में आउटसोर्सिंग श्रमिकों का शोषण और भेदभाव किया जा रहा है, जिनके बदले में निविदा या ठेकेदार के बदले में उनकी सेवाओं को बर्खास्त किया जा रहा है, विभिन्न विभागों में सरकार नए वेब पोर्टल GeM के माध्यम से निविदाएं जारी कर रही हैं, प्रशासन द्वारा योग्यता के लिए नए कार्यकाल और शर्तों को लागू करने या ठेकेदारों द्वारा पैसे की मांग की जा रही है पर उनकी सेवाओं को चंडीगढ प्रशासन दवारा सुरक्षित करने के लिए कोई दिशा निर्देश न देने का भी विरोध करता है ।
आल कांटरैकचुअल करमचारी संघ,यूटी चंडीगढ के प्रेजिडेंट अशोक कुमार ने बताया कि आल कांटरैकचुअल करमचारी संघ,यूटी चंडीगढ कांटरैकट व आऊटसोरसिंग वरकरों की माँगों की आवाज उठाने ,बुलंद करने और इस शोषण और भेदभाव के खिलाफ व प्रशासन की असुरक्षा की गलत नीतियों के विरोध में व लड़ने के लिए कैंडल मारच" रोष- प्रदर्शन " किया।
चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा कांटरैकट कर्मचारियों और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लिए निर्णय लेने में कमी होने के कारण और जनता के बड़े हित में उनके मुद्दों को हल करने की कोई राजनीतिक इच्छाशक्ति न होने के कारण करमचारी संघ चंडीगढ प्रशासन के विरूद्ध जलद ही मोरचा खोलेगा ।
भारतीय मजदूर संघ के डेलिगेशन ने वरकरों को संबोधित किया व इस कैंडल मारच रोष पर दर्शन को समर्थन भी दिया और भविष्य में चंडीगढ प्रशासन से इन समस्याओं को सुलझाने के लिए मदद का भरोसा दिलाया ।
इस कैंडल मारच व मांगों की जानकारी प्रधान मंत्री,गृह मंत्री,श्रम मंत्री,प्रशासन व एम.पी को भी दी गई ।
No comments:
Post a Comment