By 121 News Reporter
Chandigarh 06th January: ---- चंडीगढ़ स्थित सैक्टर-16 सरकारी अस्पतााल पर आए दिन लापरवाही के आरोप लगते रहते है । सरकारी हसपताल में उस समय सनसनी फ़ैल गई । जब सैक्टर-10 के रहने वाले 18 वर्षीय विजय कुमार की मौत का जिम्मेवार उसके परिजनों ने डॉक्टरों की लापरवाही बताई है । जिसके चलते उन्होंने अस्पताल परिसर में रोष प्रर्दशन किया। इस संबंध के चलते उन्हें अस्पताल प्रशासन को लिखित में शिकायत दी है। जबकी अस्पताल प्रशासन इस बात से साफ इंकार कर रहा है।
मृतक विजय कुमार का भाई भूपिंदर सिंह ने अपने आरोपों में बताया कि उसके भाई के पेट में देर रात दर्द उठा था । जिसके चलते वह सरकारी अस्पताल में लेकर आए थे। लेकिन डॉक्टरों ने एक इंडेक्शन और गोली देने के बाद छुट्टी देकर भेज दिया । लेकिन जब उसे सुबह उसे बेसुध हालत में सरकारी अस्पताल में लाए तो डॉक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया । उसका कहना है कि डॉक्टरों की लपरवाही के कारण उसके भाई की जान गई है।
मृतक के परिजन बच्चन सिंह नगरकोटी का आरोप है कि 18 वर्षीय विजय कुमार देर रात के चलते सरकारी अस्पताल में लाए थे। डॉक्टर ने उससे इंजेक्शन लगा कर घर भेज दिया था। जब सुबह उठ कर देखा तो विजय बिलकुल बेसुध था । इसी दौरान अस्पताल लाने पर डॉक्टर्स ने उससे मृत घोषित कर दिया। जब परिवार वालो ने इसकी शिकायत हसपताल प्रशासन को दी , तो उन्होंने बहाना बना कर परिवार वालो को घर भेज दिया फिलहाल घर वालो ने अस्पताल प्रशासन को लिखित में शिकायत दी है।
वही जब इस मामले में हसपताल प्रशासन के अधिकारियों से बात करनी चाही तोह उन्होंने मीडिया से कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। उनका कहना है कि शिकायत आने पर कारवाई की जाएगी।
हैरानी की बात यह है कि यह कोई जनरल हस्पताल का पहला मामला नहीं है कि जब सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों के खिलाफ लापरवाही की कई शिकायतें सामने आई है। फिलहाल इतनी शिकयातें आने के बाद कभी किसी ने इस लापरवाही की वजह जानने की कोई कोशिश नहीं की , इससे साफ जाहिर हो रहा है कि अस्पताल प्रशासन अपने डॉक्टरों की लापरवाही के प्रति आंखे मुदें बैठा हुआ है।
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