By 1 2 1 News Reporter
Chandigarh 11th November:-- अब किडनी बदलने के लिए खून का मैच करना ज़रूरी नहीं है। इस नयीं तकनीक द्वारा किये गये सफल आपरेशन के मरीज़ को साथ लेकर डाकटरों ने एक प्रेस कांफ्रेंस की जिसमे इस तकनीक के बारे में जानकारी दी गयी। इस अवसर पर डाक्टर मनीष चौहान ने मरीज़ विजय किशोर सिंह ने पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए।
डाक्टर मनीष चौहान ने बताया के यह मरीज़ विजय किशोर सिंह जो के पटना निवासी हैं और स्व्यं भी एक डाक्टर है कि किडनी खराब हो गयी थी और दूसरा कोई चारा ना होने के कारण उनके वृध्द पिता की किडनी उन्हें दी गयी जो सफल न हो सकी। तबियत ज़यादा बिगड़ने के कारण उनकी पत्नी उन्हें किडनी देने को तैयार हो गयी पर उसका बल्ड ग्रुप ए था जबकि मरीज़ का बल्ड ग्रुप ओ था। पर नयी तकनीक के कारण उनका केस साल्व हो गया और सफलतापूर्वक किडनी का प्रत्यारोपण हो गया। वहीँ मरीज़ विजय किशोर सिंह ने बताया के मैं भी एक एम् बी बी एस डाक्टर हूँ और पिता द्वारा दी गयी किडनी से कोई लाभ होता ना देख मुझे मेरी पत्नी ने अपनी किडनी दी और नयीं तकनीक के कारण बल्ड ग्रुप दूसरा होने के बावजूद सफल किडनी प्रत्यारोपण हुआ और मैं अपने को पूरी तरह ठीक महसूस कर रहा हूँ।
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