By 1 2 1 News Reporter
Chandigarh, 03rd September: --- मरणोपरांत अपने अंगदान करने को प्रचलित करने के लिए 5 सितम्बर को पी जी आई चंडीगढ़ के भार्गव आडिटोरियम में एक सेमिनार "public forum on organ donation"कराया जा रहा है। यह सेमिनार पी जी आई के हेपाटोलोजी विभाग द्वारा करवाया जा रहा है जिसके प्रमुख डाक्टर आर के धीमान ने पी जी आई के एम् एस कमेटी रूम में की गयी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पत्रकारों को इसके बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर स्वेच्छा से अंगदान करने वालों के लिए एक डोनर कार्ड भी लांच किया जाएगा।
डाक्टर आर के धीमान जो के हेपाटोलोजी (लीवर की बीमारियाँ) के विशेषग्य हैं , ने बताया के यह सेमिनार 5 सितम्बर को करवाया जा रहा है जिसमे तकरीबन 1000 लोगों के भाग लेने की उम्मीद है। इस सेमिनार में लोगों को अंगदान का महत्व बताया जाएगा और साथ में एक सच्ची कहानी पर आधारित फिल्म भी दिखाई जायेगी जो लोगों को अंगदान के लिए प्रेरित करेजला गी। उन्होंने बताया के जिस आदमी का दिमाग मर जाता है , वह मृत ही होता है। आज तक मृत दिमाग वाला आदमी मेडिकल इतिहास में दुबारा होश में नहीं आता क्योंकि शरीर के सभी अंग दिमाग से ही कंट्रोल होते हैं। उन्होंने अपील की के दिमाग मृत हो जाने पर अपने अंगदान करने से सभी अंग दुसरे व्यक्ति को दिए जा सकते हैं , यहाँ तक के दिल का भी प्रत्यारोपण किया जा सकता है।
मरने के बाद शरीर को जला कर या दबा कर मिटटी कर दिया जाता है ,पर यदि यह शरीर मरणोपरांत भी किसी की जान बचाने के काम आ जाए तो इससे बड़ा पुण्य और क्या होगा
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