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Thursday, 31 March 2022

पंचकूला में रिलीज हुआ "जूनी द लास्ट प्रेयर का ट्रेलर", 8 अप्रैल को वर्ल्ड वाइड रिलीज को तैयार जूनी सामाजिक सन्देश देती इस फिल्म को किया जाए टैक्स फ्री: अनुराग शर्मा

By 121 News
Chandigarh Mar.31, 2022:-

इंसान और भगवान के बनते-बिगड़ते रिश्तों, ईश्वर के ऊपर डगमगाते विश्वास की हैरत अंगेज़ कहानी को समेटे "जूनी लास्ट प्रेयर" फिल्म का ट्रेलर पंचकूला में आज वीरवार को रिलीज किया गया। ट्रेलर रिलीज अवसर पर जूनी के सितारों ने मीडिया के सामने फिल्म के थीम और रुपरेखा पर चर्चा की फिल्म के ट्रेलर को समीक्षकों की भरपूर वाहवाही मिल रही है। 8 अप्रैल को फिल्म को देश भर में पी वी आर के सहयोग से थिएटरों में रिलीज किया जा रहा है। दहेज की कुप्रथा को रोकने के लिए बने एक्ट 498 और इसके दुरुपयोग के जलते हुए मुद्दे पर बनी फिल्म "जूनी लास्ट प्रेयर" के ट्रेलर को दर्शकों का भरपूर प्यार मिल रहा है। लेखक- निर्देशक और अभिनेता के तौर पर फिल्मी जगत में डेब्यू करने जा रहे अनुराग शर्मा इसी मार्मिक विषय को 8 अप्रैल को पूरे देश भर के थिएटर में लेकर रहे हैं। 

पंचकूला के एक होटल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जूनी का ऑफिशियल ट्रेलर भी रिलीज किया गया। "जूनी लास्ट प्रेयर" के लेखक, निर्देशक और मुख्य किरदार निभा रहे अनुराग शर्मा की इस कल्पना को मीडिया कर्मियों के साथ-साथ फिल्म के समीक्षकों की भी तारीफ मिल रही है। जूनी में अनुराग शर्मा, मनीषा राठौर, लावनिका शर्मा और सुचिन्त सिधू ने जूनी में मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। जूनी की कहानी को लिखने से लेकर निर्देशन भी अनुराग शर्मा ने ही किया है।

सिनेमा की दुनिया के बेहद पुराने अदाकार राकेश बेदी, गुल पनाग, पंकज बेरी समेत तमाम सिने जगत के कलाकारों की तरफ से फिल्म के लिए ऑन लाइन माध्यम से तारीफ और शुभकामनाएं मिली हैं। ट्रेलर रिलीज में शिरकरत करने पहुंचे थिएटर जगत का वरिष्ठ नाम बन चुके विजय कपूर ने फिल्म के टॉपिक की भूरी-भूरी तारीफ की

अनुराग शर्मा ने दावा किया कि उत्तर भारत में कम से कम 60 से 70 फीसदी परिवारों को दहेज एक्ट के दुरुपयोग का सामना करना पड़ा है। अगर आपने अपने घर में ऐसा कोई मामला नहीं देखा है तो अपने पड़ोस में इस एक्ट की मार झेल चुके किसी मुसीबत ज़दा वर पक्ष को परेशान होते जरुर देखा होगा। ये दिक्कतें और तकलीफें किसी के लिए भी दिमाग और दिल को थकाने के लिए काफी होती हैं। खुद के साथ-साथ अपने परिवार को इस कानून के दुरुपयोग से तंग आकर किसी का भी भरोसा कानून या भगवान या दोनों से उठ सकता है।

भगवान के ऊपर उसका भरोसा भी इंसान के हालात बदलने के साथ-साथ डगमगाता रहता है। कभी-कभी इंसान खुद को भगवान का अंश तलाशने लगता है, कभी खुद को ही भगवान मान बैठता है तो कभी-कभी खुद को ईश्वर का बेटा मान लेता है जिसे ईश्वर ने दुनिया भर का दुख-दर्द बर्दाश्त करने के लिए दुनिया में उतारा है। 498 एक्ट के उत्पीड़न और भगवान या मिथ्या के संघर्ष से जूझती कहानी "जूनी लास्ट प्रेयर" आपको हिला कर रख देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि स्लम एरिया में रहने वाले बच्चों के लिए एक फ्री विशेष शो चलाए जाने का विचार है। उन्होंने कहा कि उनकी फिल्म समाज को एक अच्छा सामाजिक सन्देश देती है, सर्कार को चाहिए की वो इसे टैक्स माफ़ करे।

 फिल्म के प्रमोशन से जुड़े सोनू त्यागी बताते हैं कि अनुराग शर्मा ने भगवान- कानून और आम इंसान की आस्था की जद्दोजहद को बेहतरीन तरीके से उन्होंने सिने पर्दे पर उतारा है। आम इंसान की 15 से 75 साल की उम्र में आने वाले उतार चढ़ाव और ईश्वर पर यकीन के संघर्ष को फिल्म में उकेरा है।

फिल्म का संगीत अभी से तेजी से पॉप्यूलर होता जा रहा है। फिल्म में 'रब तेरा बंदा, 'अकड़ बम-बम' गाने युवाओं को आकर्षित करेंगे। वहीं 'तेरे बिन और 'होने लगा मुझे प्यार का असर लव सांग हैं जो बेहद रूमानी संगीत के साथ-साथ शानदार शायरी को समेटे हैं। ये भी युवाओं पर अपनी छाप छोड़ने जा रहे हैं।

हुनर हाट में "आज़ादी का अमृत महोत्सव" पैवेलियन

By 121 News
Chandigarh, Mar.31, 2022:-चंडीगढ़ में चल रहे हुनर हाट में "आज़ादी का अमृत महोत्सव" मनाने के क्रम में एक ख़ास पैवेलियन बनाया गया है जिसमें आज़ादी के महान नायकों की कहानियां शामिल हैं। "हिस्ट्री एंड हीरोज़" टैग लाइन के साथ बनाए गए पैवेलियन में आज़ादी की लड़ाई में महवपूर्ण भूमिका निभाने और शहादत देने वाले भारत माँ के वीर सपूतों से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराई गई है। हुनर हाट को देखने के लिए आने वाले लोग इस पैवेलियन को देखने में भी ज़बर्दस्त दिलचस्पी दिखा रहे हैं। ख़ास तौर पर युवा वर्ग यहाँ लगी स्क्रीन पर वीर सपूतों से जुड़ी जानकारी को देख रहे हैं। 

चित्रों, तस्वीरों और ग्राफिक्स के ज़रिए आज़ादी के रणबांकुरों के संघर्ष की दास्तान बयान करते पैवेलियन में तीन स्टेचू भी लगाई गईं हैं। महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस के अलावा सैनिक की स्टेचू के साथ लोग बड़ी संख्या में सेल्फ़ी लेते हैं।  प्रेरित करने वाली शहीदों की कहानियां दर्शकों को बेहद पसंद आ रही हैं और लोग उपयोगी जानकारी हासिल कर रहे हैं। हुनर हाट में इस पैवेलियन को बनाने का मक़सद लोगों को आज़ादी से जुड़ी हिस्ट्री और हीरोज़ के बारे में जानकारी देना है। 

हुनर हाट का आयोजन केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय करता है। चंडीगढ़ में हुनर हाट का 39वाँ संस्करण 25 मार्च को शुरू हुआ था जो 3 अप्रैल तक चलेगा। "क्राफ़्ट, क्यूज़ीन और कल्चर का संगम" टैग लाइन वाला हुनर हाट "वोकल फ़ॉर लोकल" और "आत्मनिर्भर भारत" अभियान को मज़बूत बनाने में लगातार अपनी सकारात्मक भूमिका निभा रहा है और "एक भारत श्रेष्ठ भारत" की तस्वीर पेश कर रहा है।