By 121 News Reporter
Chandigarh, Feb.28, 2022:- ईकोसिख द्वारा पंजाब और भारत के अन्य हिस्सों में 400 गुरु नानक पवित्र वन स्थापित किए गए हैं। वाशिंगटन स्थित पर्यावरण संगठन ईकोसिख और उसके इंडिया चैप्टर, ईकोसिख चैरिटेबल सोसाइटी ने इस संबंध में 3 साल में किए गए काम के बाद हासिल की गई इस उपलब्धि की घोषणा की है। इन वनों में लगाए गए सभी स्थानों और प्रकार के वृक्षों का विवरण देते हुए आज एक रिपोर्ट जारी की गई। इसके अलावा, चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पंजाबी में वन निर्माण पर ए टू जेड ट्यूटोरियल जारी किया गया।
डॉ.राजवंत सिंह (यूएसए), ईकोसिख संस्थापक और ग्लोबल प्रेसिडेंट ने कहा कि पवित्र वन परियोजना गुरु नानक की 550 वीं जयंती मनाने और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए शुरू की गई थी। 400 जीवंत और संपन्न वनों के रोपण की समुदाय आधारित कार्रवाई की रिपोर्ट करना बहुत रोमांचक है। उन्होंने आगे कहा कि आज हमारे जंगल बंजर भूमि को हरा-भरा कर रहे हैं और देशी पक्षियों और पॉलिनेटर्स (परागणकों) की कई किस्मों को आवास प्रदान कर रहे हैं।
दुनिया के सबसे प्रसिद्ध वन निर्माता और एफोरेस्ट डायरेक्टर, शुभेंदु शर्मा और ईकोसिख टीम ने आम लोगों को वन निर्माण में शिक्षित करने के लिए पंजाबी, हिंदी और अंग्रेजी में एक ओपन-सोर्स फॉरेस्ट-मेकिंग वीडियो ट्यूटोरियल लॉन्च किया, जो यू-टयूब पर फ्री उपलब्ध है। ये ट्यूटोरियल भारत में पूरे पंजाबी समुदाय और वैश्विक डायस्पोरा के लिए इन अत्यधिक आकर्षक पाठयक्रमों का पालन करके अपना पवित्र वन बनाने में सहायक होंगे।
सुश्री सुप्रीत कौर, प्रेसिडेंट, ईकोसिख इंडिया ने कहा कि पंजाब सहित भारत के विभिन्न राज्यों में अपनी यात्रा शुरू करने और जारी रखने के लिए एफोरेस्ट इंस्टीट्यूट ने ईकोसिख टीम को शिक्षित और प्रशिक्षित करने में एक बड़ी भूमिका निभाई है।
साल 2019 के बाद से, ईकोसिख ने पंजाब के विभिन्न जिलों में आत्मनिर्भर माइक्रो वन क्षेत्रों में सैकड़ों हजारों देशी पेड़ों को उगाकर पंजाब में मियावाकी पद्धति के रोमांचक परिणामों का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया है।
सुप्रीत कौर ने कहा कि एक गैर-लाभकारी संगठन के रूप में, ईकोसिख वन निर्माण को सभी के लिए किफायती बनाने की कोशिश कर रहा है। हमने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के तहत इंडस्ट्रियल फॉरेस्ट्स का एक नया वर्ग शुरू किया है, जिसमें बड़े उत्पादन और कॉर्पोरेट ग्रुप सस्ती कीमत और न्यूनतम भूमि निवेश के साथ अपने कार्बन फुटप्रिंट को बेहद कम कर सकते हैं।
पवनीत सिंह, हैड ऑफ आप्रेशंस, सेक्रेड फॉरेस्ट्स ने कहा कि इन जंगलों में लगाए गए सभी पेड़ देशी प्रजातियों के हैं और उनमें से कई तो बीते कई सालों में गायब ही हो गए थे और उनको कम ही देखा जा रहा था। पवित्र वन परियोजना ने पंजाब की 60+ देशी और दुर्लभ पौधों की प्रजातियों को संरक्षित किया है और पूरे पंजाब और अन्य राज्यों में अधिक वन बनाने की मांग बढ़ रही है।
चरण सिंह, कन्वीनर, सैक्रेड फॉरेस्ट्स प्रोजेक्ट ने इस संबंध में बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि पंजाब में 10 लाख पेड़ लगाने के उनके दृष्टिकोण के लिए हम डॉ. राजवंत सिंह के आभारी हैं। आज हम इस लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं कि हमारी टीम 2030 तक 10 मिलियन पेड़ लगाएगी और उनका रखरखाव करेगी। जलवायु परिवर्तन से लड़ने की रणनीति केवल उत्सर्जन में कमी पर केंद्रित नहीं होनी चाहिए, हमें वातावरण से कार्बन को हटाने की जरूरत है। पवित्र वन कार्बन को सोखते हैं और उन क्षेत्रों में तापमान को 1.5 डिग्री तक कम करने में हमारी व्यापक मदद करेंगे।
आज ईकोसिख के अपनी प्लांट नर्सरी सज्जन प्रिसिजन कास्टिंग्स, साहनेवाल में स्थित है और एनजीओ के पास प्रशिक्षित और प्रमाणित मियावाकी वन निर्माताओं की एक पूरी बटालियन है। ईकोसिख ने एंजल्स वैली स्कूल, राजपुरा में 11,000 और साइंस कॉलेज जगराओं में एक एकड़ जमीन में 10,000 पेड़ लगाकर पंजाब भर में अपनी सबसे बड़ी वन परियोजनाओं को साकार किया है।
पंजाब के प्रमुख उद्योगपतियों, सज्जन प्रिसिशन कास्टिंग्स लुधियाना के गुरविंदर पाल सिंह, टी के स्टील्स लुधियाना के लोकेश जैन, एंजल्स वैली स्कूल राजपुरा के संदीप मेहता और इनोवेटिव फाइनेंशियल मैनेजमेंट चंडीगढ़ के इकबाल सिंह ने उद्योगपतियों के नेटवर्क के बारे में अपनी योजनाओं को साझा किया। इन योजनाओं के तहत पंजाब और चंडीगढ़ आने वाले साल में 10 लाख पौधे लगाए जाएंगे।
ईकोसिख की स्थापना 2009 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के सहयोग से की गई थी। हाल ही में ईकोसिख ने पोप द्वारा बुलाए गए वेटिकन इंटरफेथ और ग्लासगो सीओपी26 में प्रतिनिधित्व किया। इसे व्हाइट हाउस, संयुक्त राष्ट्र द्वारा आमंत्रित किया जा चुका है और ईकोसिख वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के साथ भी काम कर रहा है।