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Thursday, 8 April 2021

मेरे पिताजी ने मुझे अपने शब्दों पर हमेशा खड़े रहना सिखाया: जीवांश चड्ढा

By 121 News

Chandigarh April 08, 2021:-  माता-पिता की शिक्षा को हमेशा उनका आशीर्वाद माना जाता है। और यह जीवांश चड्ढा के लिए अलग नहीं है। जीवांश ने विकी मिश्रा के रूप में दंगल टीवी की रंजू की बेटियां के साथ टेलीविजन पर शुरुआत की है। उनके पिता दीपक चड्ढा टेलीविजन इंडस्ट्री में एक बहुत प्रसिद्ध और अनुभवी अभिनेता हैं। जीवांश ने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि वह इस इंडस्ट्री में आने के लिए अपने पिता कि सहायता नहीं लेंगे और इंडस्ट्री में अपनी जगह खुद ही बनाएंगे। पर इस कठिन यात्रा में जीवनेश ने अपने पिता का मार्गदर्शन जरूर लिया और उनके सिखाए हुए हर चीज़ जेहेन में रखी।

जब उनसे पूछा गया कि उनके पिता ने उन्हें क्या सलाह दी थी, तो जीवांश ने कहा कि मेरे पिता मेरे रोल मॉडल हैं और मैं अपने काम में जो कुछ भी करता हूं वह वास्तव में मेरे माता पिता कि शिक्षण का मिश्रण है। यदि आप अभी भी मुझसे उस एक सलाह के बारे में पूछते हैं, जिसका मैं पालन करता हूं तो वह यह है कि मेरे पिता ने मुझे हमेशा शब्दो पर खड़ा होना सिखाया। उन्होंने हमेशा मुझसे कहा है कि अगर मैं समय का सम्मान करता हूं, तो समय हमेशा मेरा सम्मान करेगा। समय का पाबंद होना एक प्रोफेशनल का गुण है और मैं इसके लिए जाना जाना चाहता हूं। मैं अपने कॉल टाइम से हमेशा 30-40 मिनट पहले तक पहुंचने कि कोशिश करता हूं। इससे मुझे अपने दिन की तैयारी करने में मदद मिलती है और मुझे अपने किरदार के लुक में आने के लिए जल्दबाजी नहीं करनी पढ़ती। मेरे पिता ने हमेशा मुझे समय से पहले पहुंचने के लिए निर्देशित किया है जब यह मेरे कैरियर और व्यक्तिगत जीवन दोनों के लिए बहुत उपयोगी सलाह है।

जीवांश ने 4 साल के लगातार संघर्ष और ऑडिशन से ऑडिशन तक दौड़ने के बाद रंजू की बेटियां में भूमिका हासिल की। दर्शक उनके किरदार को पर्दे पर पसंद कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें और भी बहुत कुछ देखने  मिलेगा।
रंजू की बेटियां एक मां, रंजू की दिल को छू लेने वाली और एक पितृसत्तात्मक समाज में 4 बेटियों की परवरिश का उनका संघर्ष की कहानी है। देखे रंजु की बेटीया रात 9.30 बजे केवल दंगल टीवी पर।

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