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Friday, 9 April 2021

अमेज़न ने 2.5 मिलियन एमएसएमई का डिजिटलीकरण किया: 3 बिलियन डॉलर का एक्सपोर्ट किया

By 121 News

Chandigarh April 09, 2021:- अमेज़न इंडिया ने जनवरी 2020 में की गई अपनी प्रतिबद्धताओं को लेकर हासिल की गई प्रगति पर आज एक अपडेट प्रस्तुत किया, जिसमें अमेज़न इंडिया ने भारत में आज तक 2.5 मिलियन एमएसएमई का डिजिटलीकरण करने, 3 बिलियन डॉलर का क्यूमुलेटिव एक्सपोर्ट करनेऔर लगभग 1 मिलियन रोजगार सृजन करने में मदद करने की जानकारी दी है। पिछले साल उद्घाटित सम्भव समिट में, अमेज़न ने 10 बिलियन एमएसएमई को डिजिटल रूप से सक्षम करने के लिए 1 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की थी, जो -कॉमर्स एक्सपोर्ट को 10 बिलियन डॉलर तक ले जाने की क्षमता रखता है और 2020 से 2025 के बीच भारत में 1 मिलियन अतिरिक् रोजगार पैदा करेगा। कंपनी अपनी इन प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए सक्रियता से काम कर रही है।

अमेज़न इंडिया के ग्लोबल सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और कंट्री हेड अमित अग्रवाल ने कहा कि हम अपने इकोसिस्टम में छोटे और मझोले बिजनेस के साथ काम करते हुए, नए टूल्स, टेक्नोलॉजी और इनोवेशन लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो भारतीय बिजनेस की एंट्रेप्रेन्योरशिप की भावना को प्रोत्साहित करेगा, देश से एक्सपोर्ट को बढ़ावा देगा, बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन करने में मदद करेगा और एक आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने में अपना योगदान देगा। आज इंटरनेट और टेक्नोलॉजी हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन चुके हैं, जिसकी वजह से हमारे आसपास की दुनिया पहले से कहीं अधिक डिजिटल हो गई है, इसलिए हमारे सामने देश भर में लाखों एसएमबी को सशक्त बनाने का एक बड़ा अवसर मौजूद है और ऐसी तेज प्रगति के लिए प्रेरक बने रहने में हम अमेज़न के लिए प्रतिबद्ध हैं।

आज, सेलर्स, कारीगरों और बुनकरों, डिलिवरी और लॉजिस्टिक्स सर्विस पार्टनर्स आदि सहित अमेज़न के साथ 2.5 मिलियन से अधिक एमएसएमई काम करते हैं। अमेज़नने छोटे और मध्यम आकार के बिजनेस के लिए ऑनलाइन बिक्री को आसान बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है और जनवरी 2020 से लगभग 250,000 नए सेलर्सAmazon.in में शामिल हो गए हैं। अमेज़न ने हिंदी, तमिल, मराठी और कन्नड़ में सेलर्सरजिस्ट्रेशन  और अकाउंट मैनेजमेंट सर्विस पेश की हैं और 75,000 से अधिक सेलर्स ने भारत की क्षेत्रीय भाषाओं में अमेज़न इंडिया के मार्केटप्लेस में रजिस्ट्रेशन किया है। अमेज़न ने नेबरहुड स्टोर्स के लिए -कॉमर्स के लाभों को उपलब्ध कराने पर भी अपना ध्यान केंद्रित किया और अप्रैल 2020 में एक नया प्रोग्राम 'लोकल शॉप्स ऑन अमेज़न' शुरू किया। यह प्रोग्राम लॉन्च होने के बाद 10 गुना बढ़ गया है और आज 50,000 से अधिक ऑफ़लाइन रिटेल सेलर्स और नेबरहुड स्टोर्स देश भर से Amazon.in पर बिक्री कर रहे हैं।

अमेज़न ग्लोबल सेलिंग, तेजी से प्रगति कर रहा है और आज इस प्रोग्राममें 70,000 से अधिक एक्सपोर्टर्स शामिल हैं जिन्होंने 3 बिलियन डॉलर के क्यूमुलेटिव एक्सपोर्ट को पार कर लिया है। दुनिया भर के ग्राहकों में मेड इन इंडिया प्रॉडक्ट्सकी भारी मांग है, जिनमें स्टेम खिलौने, ज्वेलरी, बेड लिनन, हेल्थकेयर प्रॉडक्ट्स, चाय, लेदर प्रॉडक्ट्स और अन्य सहित की एक रेंज शामिल है। प्रोग्राम को पहले एक बिलियन डॉलर का क्यूमुलेटिव एक्सपोर्ट करने में 3 वर्ष लगे, दूसरे एक बिलियन डॉलर का क्यूमुलेटिव एक्सपोर्ट करने में 18 महीने में लगे और तीसरे एक बिलियन डॉलर का क्यूमुलेटिव एक्सपोर्ट करने में सिर्फ 12 महीने लगे। इसमें भी महत्वपूर्ण यह रहा कि अमेज़न ग्लोबल सेलिंग से जुड़े भारतीय एक्सपोर्टर्स ने अमेज़न की टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ उठाते हुए वैश्विक महामारी के दौरान दुनिया भर में ग्राहकों की सेवा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। इससे उन्हें केवल अपने बिजनेस को बनाए रखने और बढ़ाने में मदद मिली, बल्कि उन हजारों लोगों को भी मदद मिली, जो अपनी आजीविका के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से उन पर निर्भर थे। इस प्रोग्राम के जरिये, भारतीय एक्सपोर्टर्स अपने प्रॉडक्ट्स को अमेज़न के 17 अंतर्राष्ट्रीय मार्केटप्लेस/वेबसाइटों पर सूचीबद्ध कर सकते हैं, और दुनिया भर के 200 देशों और क्षेत्रों में 150 मिलियन पेड प्राइम सदस्यों और 300 मिलियन से अधिक ग्राहकों तक पहुंच सकते हैं।

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